शनिवार, 26 अप्रैल 2025

एक बार फिर जंग के मुहाने पर भारत

भारत एक बार फिर युद्ध के मुहाने पर है।  ये युद्ध किसी सीमा विवाद की वजह से नहीं बल्कि उस आतंकवाद के खिलाफ होने की अटकलें हैं जो पाकिस्तान से बाबस्ता है।  कश्मीर घाटी के पहलगाम में 26  लोगों की दिन-दहाड़े नृशंस हत्या की वारदात ने भारत को जबरन युद्धोन्मुख किया है।  आसमान में लड़ाकू विमानों की भाग-दौड़  साफ़ दिखाई देने लगी है। हमारे लड़ाकू विमान भी गरज रहे हैं और देश के नेता भी। अब देखना है कि  दोनों के सुर  कब एक होते हैं और बमों की बरसात  कब शुरू होती है।

भारत कृषि प्रधान देश है, युद्ध प्रधान नही।  भारत ने अपनी आजादी से लेकर अब तक जितनी भी जंग लड़ी हैं उनमें शायद एक भी युद्ध ऐसा नहीं है जो भारत ने अपनी तरफ से लड़ा हो। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर आज के प्रधानमंत्री प्रात: स्मरणीय श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी भी युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। सबको पता है कि  जंग से कुछ हासिल नहीं होता। जंग से सिर्फ और सिर्फ बर्बादी होती है। हर जंग में मनुष्यता कराहती है,निर्दोष लोग मारे जाते हैं। फिर भी यदि जंग के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता तो भारत जंग से पीछे नहीं हटता। आगे भी शायद ऐसा ही हो। मोदी जी ने तो यूक्रेन और रूस की जंग समाप्त करने कि लिए काफी भाग-दौड़ की थी। 

बात कोई  चार दशक पुरानी है ,शायद 1984  की ग्वालियर के कैंसर अस्पताल परिसर में माननीय अटलबिहारी की अध्यक्षता में एक कवि सम्मेलन हो रहा था ।  उस कवि सम्मेलन में मै भी एक नवोदित कवि के रूप में मौजूद था ।  उस कवि सम्मेलन में अटल जी ने अपनी चर्चित कविता' हम जंग न होने देंगे ' पढ़ी थी ।  वे जुंग में थे लेकिन कविता आत्मा से पढ़ रहे थे।  उनकी कविता के कुछ अंश आप देखिये -

हम   जंग    न    होने    देंगे 

विश्व  शांति  के  हम  साधक  है ,  जंग  न  होने  देंगे  !

कभी  न  खेतों  मे  फ़िर  खुनी  खाद  फलेगीं ,

खलिहानों  मे  नहीं  मौत  कि  फसल  खिलेगी

आसमान  फ़िर  कभी  न  अंगारे  उगलेगा ,

एटम  मे  नागासाकी  फ़िर  नहि  जलेगी ,

युद्धविहीन  विश्व  का  सपना  भंग  न  होने  देंगे।

जंग  न  होने  देंगे।

हथियारों  के  ढ़ेरो  पर  जिनका  है  डेरा ,

मुँह  में  शांति , बगल  मे  बम , धोके  का  फ़ेरा

कफ़न  बेचने  वालों  से  कह  दो  चिल्लाकर

दुनियां  जान  गई  है  उनका  असली  चेहरा

कामयाब  हो  उनकी  चालें , वह  ढ़ंग  न  होने  देंगे।

जंग  न  होने  देंगे।

हमें  चाहिए  शांति , ज़िन्दगी  हमको   प्यारी

हमें  चाहिए  शांति , सृजन  कि  है  तैयारी

हमने  छेड़ी  जंग  भूख  से

आगे  आकर हाथ  बँटाए  दूनियां  सारी।

हरी - भरी  धरती  को  खुनी  रंग  न  लेने  देन्गे।

जंग  न  होने  देंगे।

भारत - पाकिस्तान  पडोसी , साथ - साथ रहना  है ,

प्यार  करे  या  वार  करे , दोनो  को  हि  सहना  है ,

तीन  बार  लड़  चुके लड़ाई , कितने  महंगा  सौंदा ,

रुसी  बम  हो  या  अमरीकी , खून  एक  बहना   है।

जो  हम  पर  गुजरी  बच्चो  के   संग न  होने  देंगे।

जंग  न  होने  देंगे।

अटल जी को इसके बावजूद जंग का समाना करना पड़ा ।  उनके शांति प्रयासों को तत्कालीन पाकिस्तानी प्रशासन ने धता बता दिया था। अटल जी के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में पाकिस्तान से जंग हुई और जीती भी गयी।  अटल जी से पहले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू,लाल बहादुर  शास्त्री,श्रीमती इंदिरा गाँधी  और पंडित अटल बिहारी बाजपेयी ने भी जंग  लड़ी। जंग में पाकिस्तान टूटा और बांग्लादेश बना। 'जंग में हार-जीत होती रहती है किन्तु देश विकास की दौड़ में पिछड़ जाता है। दरअसल जंग  किसी भी लोकतान्त्रिक सरकार का हथियार नहीं होती। जंग तानाशाही प्रवृत्ति के नेतृत्व  का अमोध अस्त्र होता है। मोदी सरकार की नाकामियों और पाकिस्तान की हठधर्मी भावी जंग की आधारशिला हैं। 

जंग के मामले में हम संघ और भाजपा के प्रबल विरोधी होते हुए कविवर पंडित अटल बिहारिके प्रशंसक हैं। अटल जी कवि थे या नहीं ये अलग बात है किन्तु वे बेहतरीन तुकबंद थे और उनका मन कविमन था। लेकिन जब सर पर आगयी तो उनकी सरकार ने भी युद्ध लड़ा ,क्योंकि युद्ध भारत पर थोपा गया था।  इस बार भी युद्ध थोपा जा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री  मोदी जी ने भी अटल जी की तर्ज पर पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के लिए कोशिश की थी ,लेकिन उनकी कोशिशें परवान नहीं चढ़ सकीं। वे अटल जी जैसे कवि हृदय नेता नहीं हैं।  उनकी भाषा और कार्य पद्यति अटल जी से भिन्न है। अब उनके सामने भी कोई विकल्प नहीं है जंग का। यदि उन्होंने जंग न लड़ी तो वे राजनीतिक जंग हार जायेंगे। क्योंकि उन्होंने मुसलमानों  के खिलाफ देश में ही नहीं बल्कि  ,दुनिया में भी एक अघोषित ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है। 

कोई माने या न माने किन्तु  इस समय देश में सरकार के तमाम फैसलों की वजह से मुस्लिम विरोधी वातावरण है। इस वातावरण को तैयार करने में भाजपा और सत्ता प्रतिष्ठान ने बहुत मेहनत की है। इससे देश की समरसता यानि धर्मनिरपेक्षता खतरे में है लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है। सरकार की इसी लापरवाही का नतीजा है कि  देश में पुलवामा के बाद पहलगाम हो गया। खैर जो हुआ सो हुआ। अब आगे भी जो हो वो ठीक ही हो। इस समय मोदी जी की किस्मत है कि आतंकवाद के खिलाफ  फन्हें विश्व व्यापी समर्थन मिल रहा है।  अटल जी के साथ ऐसा नहीं था। जंग कि लिए पहले देश को तैयार किया जाये फिर फौज को ।  फ़ौज तो हमेशा तैयार रहती ही है ,लेकिन जनता नही।  जंग के दौरान देश में सब एकजुट हों ,कोई फिरकापरस्ती न हो ,कोई अनबन न हो। कोई हिन्दू-मुसलमान न हो।कालाबाजारी न हो।   अच्छी बात ये है की पहलगाम हत्याकांड के बाद देश का मुसलमान भी आतकवाद के खिलाफ सड़कों पर हैं। 

@ राकेश अचल

26 अप्रैल 2025, शनिवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 05:46 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:52 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष *त्रयोदशी तिथि*  08:27 बजे  तक फिर चतुर्दशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* उत्तराभाद्रपद नक्षत्र 06:46 बजे तक  फिर रेवती नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *वैधृति*  है।

*करण*  :-आज  *वणिज* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक है भद्रा 08:27 बजे से 18:40 बजे तक, गंडमूल 06:26 बजे से  है।

*🔥अग्निवास*: आज  पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 09:03 बजे से 10:41 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: मास शिवरात्रि ,भगवान नमिनाथ जी मोक्ष 

*मुहूर्त* : -  कोई नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-मीन, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 05:46 - 07:24 अशुभ

शुभ 07:24 - 09:03 शुभ

रोग 09:03 - 10:41 अशुभ

उद्वेग 10:41 - 12:19 अशुभ

चर 12:19 - 13:57 शुभ

लाभ 13:57 - 15:36 शुभ

अमृत 15:36 - 17:14 शुभ

काल 17:14 - 18:52 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

लाभ 18:52 - 20:14 शुभ

उद्वेग 20:14 - 21:35 अशुभ

शुभ 21:35 - 22:57 शुभ

अमृत 22:57 - 24:19*शुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025

सिंधिया कन्या विद्यालय : आठवाँ श्रीमंत माधव राव सिंधिया धरोहर फैस्ट का आयोजन

रविकांत दुबे जिला प्रमुख 

 ग्वालियर ।सिंधिया कन्या विद्यालय में आठवाँ श्रीमंत माधव राव सिंधिया धरोहर फैस्ट का आयोजन किया जा रहा है।* यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 25 अप्रैल 2025 से 27 अप्रैल 2025 तक मनाया जाएगा। *इस वर्ष इस उत्सव की थीम आसाम धरोहर है।* इस कार्यक्रम में *मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. बी. कल्याण चक्रवर्ती,  एडिशनल चीफ  सेक्रेटरी , गवर्नमेंट  ऑफ़  आसाम ,  डिपार्टमेंट ऑफ़ लेबर  वेलफेयर ; कल्चरल अफेयर्स;  स्किल एंड  एन्त्रेप्रेंयूर्शिप, उपस्थित रहेंगे।* *डॉ. बी. कल्याण चक्रवर्ती* ने विविध क्षेत्रों में विकास प्राप्त करने में अग्रणी अनुभव और सफलता प्राप्त की। आपने योजना, विश्लेषण, कार्यक्षेत्र और जोखिम प्रबंधन, आकस्मिक योजना,और संसाधन प्रबंधन को शामिल करते हुए सार्वजनिक सेवा में  उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। आप कई राज्यों और मंत्रालयों में उच्च पदों पर कार्य कर चुके हैं और सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में अग्रणी भूमिका निभा चुके हैं।

 इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों से लगभग *250* छात्र-छात्राएँ आ रही हैं। इसमें मेजबान विद्यालय *सिंधिया कन्या विद्यालय* सहित *15* विद्यालय क्रमशः *बिरला पब्लिक स्कूल पिलानी, दिल्ली पब्लिक स्कूल पठानकोट, एल.के सिंघानिया एजुकेशन सेंटर गोटन, माइल्स ब्रॉनसन रेसिडेंशियल स्कूल गुहाटी, मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल अजमेर, द आसाम वैली स्कूल तेज़पुर, राजमाता कृष्ण कुमारी गर्ल्स स्कूल जोधपुर, स्टेपिंग  स्टोन्स   हाईस्कूल औरंगाबाद, सनबीम  स्कूल लहरतारा, सनबीम स्कूल वरुणा, सनबीम स्कूल मुगलसराय, विद्या देवी जिंदल स्कूल हिसार , द संस्कार वैली स्कूल भोपाल,  द सिंधिया स्कूल ग्वालियर, के.सी. पब्लिक स्कूल जम्मू उपस्थित रहेंगे* । इस धरोहर फैस्ट में 10 प्रतियोगिताएँ *सत्रिया नृत्य (क्लासिकल डांस ऑफ आसाम), लोक नृत्य (फोक डांस ऑफ आसाम), लोक गीत (फोक सांग ऑफ आसाम), पुथी चित्रांकन (मैनुस्क्रिप्ट पेंटिंग), आर्किटेक्चरल मार्वल्स ऑफ़ अहोम डायनेस्टी (ट्राइफोल्ड़ ब्रोशर), रोंधोन शोइली (असामीस क्यूज़ीन), चित्रांकन (वॉटरकलर ऑन पेपर),गमुशा चित्रण (फैब्रिक पेंटिंग ऑन गमछा), भास्करज्यो (टेराकोटा स्कल्पचर), अंकिया नाट भओना (थिएटर) होंगी।* समस्त कार्यक्रम विद्यालय प्राचार्या *श्रीमती निशी मिश्रा* की अध्यक्षता में संपन्न होगा। इस धरोहर कार्यक्रम की कोडीनेटर श्रीमती शिवांगी सहाय है ।

इस अवसर पर अतिथिगण, निर्णायक मंडल, विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहेंगी। गणमान्य अतिथियों का विद्यालय परिसर में प्रातः काल 9:00 बजे आगमन होगा।

 *कार्यक्रम की रूपरेखा (25/04/2025) -:* 

उद्घाटन समारोह (विद्यालय सभागार प्रातः काल 9:00)

दीप प्रज्ज्वलन

गणमान्य अतिथियों तथा निर्णायक का पुष्प गुच्छों से स्वागत

डॉ जदाब बोरा और सुश्री उषा रानी बैश्या और उनके साथियों द्वारा नृत्य की भव्य प्रस्तुति

विद्यालय प्राचार्या श्रीमती निशी मिश्रा द्वारा स्वागत भाषण

विभिन्न टीमों द्वारा ध्वजा रोहण

मुख्य अतिथि का उद्बोधन 

सत्रिया नृत्य (क्लासिकल डांस ऑफ आसाम) (विद्यालय सभागार प्रात: काल 11:30-1:30)

गमुशा चित्रण (फैब्रिक पेंटिंग ऑन गमछा)

आर्किटेक्चरल मार्वल्स ऑफ़ अहोम डायनेस्टी (ट्राइफोल्ड़ ब्रोशर)

भास्करज्यो (टेराकोटा स्कल्पचर)

पुथी चित्रांकन (मैनुस्क्रिप्ट पेंटिंग)

अंकिया नाट भओना (थिएटर) (विद्यालय सभागार सायं काल 06:30-8:30)

 *कार्यक्रम की रूपरेखा (26/05/2025)* -:

लोक गीत (फोक सांग ऑफ आसाम) (विद्यालय सभागार प्रात: काल 10:00-12:00)

रोंधोन शोइली (असामीस क्यूज़ीन) (विद्यालय सभागार प्रात: काल 9:30-12:00)

चित्रांकन (वॉटरकलर ऑन पेपर)

लोक नृत्य (फोक डांस ऑफ आसाम) (विद्यालय सभागार सायं काल 6:00-8:00)


 *कार्यक्रम की रूपरेखा (27/05/2025) -:* 

समापन समारोह (विद्यालय सभागार प्रात: काल 10:00 बजे) 

सिंधिया कन्या विद्यालय की छात्राओं द्वारा बिहू कुम्भ लोक नृत्य की प्रस्तुति (विद्यालय सभागार) 

मुख्य अतिथि द्वारा पुरूस्कार  तथा स्मृति चिह्न वितरण

मुख्य अतिथि द्वारा उद्बोधन

धन्यवाद ज्ञापन

छात्राओं द्वारा प्रतियोगिताओं में बनायी गयी वस्तुओं की प्रदर्शनी (कमला भवन 11:00-11:55)


भटके बादल ,कहाँ गरजे,कहाँ बरसेंगे ?

 

हैरान मत होइए,मेरे निशाने में आज भी कोई बदलाव नहीं है  ।  मै आज भी अपने प्राणप्रिय प्रधानमंत्री जी की ही बात कर रहा हूँ ।  आपको पढ़ना हो तो पढ़िए और न पढ़ना हो तो मत पढ़िए। मुझे अपने भाग्यविधाता उन भटके हुए बादलों की तरह नजर आ रहे हैं जिन्हें अपने गरजने और बरसने के ठिकानों का पता नहीं है।  पहलगाम के नृशंस हादसे के बाद मोदी जी से उम्मीद थी कि वे रात 8  बजे दूरदर्शन पर दर्शन देंगे,या फिर पहलगाम में मौकाए वारदात पर नजर आएंगे,किन्तु ऐसा नहीं हुआ। वे आवारा बादलों की तरह उड़कर सीधे बिहार पहुँच गए। और बिहार के मधुबनी में मैथली में नहीं अंग्रेजी में बरसे और जमकर बरसे। 

ये कोई व्यंग्य की बात नहीं है। ये हकीकत है और पूरे देश और दुनिया ने माननीय मोदी जी को मधुबनी में गरजते हुए देखा है। उन्होंने मधुबनी  में हिंदी में या मैथली  में नहीं बल्कि अंग्रेजी में भाषण दिया ।  मंच चुनाव की  सभा का था। सामने गैर अंग्रेजी समझने वाले लोग थे लेकिन मोदी जी अंग्रेजी में बरसे ।  उन्होंने आतंकवादियों को चेतावनी दी की ' वी टार्गेटिड,आइडेंटिफाइड एंड पनिश्ड।' मुझे लगा कि मोदी जी को पता है की पहलगाम में नृशंस हत्याकांड करने वाले आतंकवादी   हिंदी या उर्दू या मैथिली नहीं जानते ,वे केवल अंग्रेजी जानते हैं इसलिए उन्हें अंग्रेजी में ही धमकाया जाए।  मुमकिन है कि माननीय मोदी जी भूल गए हों कि वे मधुबनी की चुनावी सभा में नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में बोल रहे हैं और वहां अंग्रेजी में ही बोलने से दुनिया उनकी बात समझेगी। 

मुमकिन है कि मोदी जी का प्रयोग कामयाब भी हो जाये ।  उनकी चेतावनी को आतंकवादी और पाकिस्तान दोनों समझ गए हों और भारत की और से संभावित जबाबी कार्रवाई से बचने में जुट गए हों।  पाकिस्तान को पता है कि मोदी जी खाली बादल नहीं हैं, वे गरजे हैं तो कहीं न कहीं बरसेंगे भी। मोदी जी को बरसना भी चाहिए अन्यथा जनता उन्हें और उनकी पार्टी को एकदम से ख़ारिज कर देगी। मोदी जी के सामने हिन्दुओं के जख्मों पर मरहम लगाने के साथ ही पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी से भी बड़ी जंग छेड़ना होगी।  बात अब जंग से कम पर हो ही नहीं सकती। 

भारत सरकार द्वारा पहलगाम हत्याकांड के फौरन बाद उठाये गए कदमों से पाकिस्तान में बौखलाहट  है ।  भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द किया तो पाकिस्तान शिमला समझौता रद्द करने की धमकी   दे रहा है ,हालाँकि अभी उसने ऐसा किया नहीं है।  हम तो कहते हैं कि पाकिस्तान को जो करना है वो करे,लेकिन हमें जो भी करना है हम भी करें और निर्णायक ढंग से करें। हम पहलगाम हत्याकांड को बिहार चुनाव के लिए मुद्दा बनाने की गलतीं करें।  लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा ।  माननीय मोदी जी ने तमाम रोकटोकी के बावजूद पहलगाम हत्याकांड को चुनावी मुद्दा बना ही दिया। वे बिहार में भी इस नृशंस हत्याकांड के सहारे ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। 

माननीय प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी पूरे 11  साल से ध्रुवीकरण में लगी है ।  ध्रुवीकरण भाजपा और प्रधानमंत्री जी का प्रिय खेल है। वे पहलगाम हत्याकांड के बाद पूरे देश को एक ध्रुव पर लाने के बजाय केवल हिन्दुओं का ध्रुवीकरण कर रहे हैं। जनभावनाओं के विरुद्ध जाकर मोदी जी और उनकी सरकार जिस तरह से ध्रुवीकरण का खेल खेल रही है उससे आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर हो सकती है। मोदी जी को अभी एक देश ,एक चुनाव की तरह पूरे देश को एक सूत्र में बांधने की कोशिश करना चाहिए थी लेकिन हो उलटा रहा है। हत्याकांड पाक सेना द्वारा प्रशिक्षित   आतंकवादियों ने किया और सजा दी जा रही है भारत के मुसलमानों को जबकि पहली बार देश भर में मुसलमान तक इस हत्याकांड के खिलाफ एकजुट नजर आ रहे हैं। 

मैंने पहले दिन ही ये आशंका जताई थी कि भाजपा और हमारी लंगड़ी सरकार पहलगाम हत्याकाण्ड का इस्तेमाल चुनावों के लिए ठीक उसी तरह करेगी,जैसे की उसने पुलवामा काण्ड का किया था।  पुलवामा के शहीदों की तस्वीरें चुनावी सभाओं में खुलकर लगाई गयीं थीं। न केंद्रीय चुनाव आयोग सरकार और भाजपा को रोक पाया था और न अदालतें। आज भी यही सब हो रहा है।  खुद  मोदी जी ने पहलगाम हत्याकांड का इस्तेमाल बिहार  विधानसभा के चुनावों के लिए किया।  बेहतर होता कि वे बिहार विधानसभा चुनावों को भूलरकर पहलगाम हत्याकांड का जबाब देने में अपना समय खर्च करते ,किन्तु ऐसा नहीं किया गया। मोदी जी ने एक बार फिर अपने मन की कर दी। बधाई उन्हें, क्योंकि आलोचनाओं का और विरोध का तो मोदी जी पर कोई असर पड़ता ही नहीं है। 

मोदी जी का तो ट्रेक रिकार्ड रहा है कि वे जहाँ जाना होता है ,वहां भूलकर भी नहीं जाते और जहां नहीं जाना चाहिए वहां सबसे पहले जाते हैं। आपको याद होगा कि ढाई साल से जल रहे मणिपुर में मोदी जी नहीं गए तो नहीं गए। उन्हें  मुर्शिदाबाद और मालदा के दंगों के बाद बंगाल नहीं जाना था,वे नहीं गये ।  उन्हें पहलगाम जाना चाहिए था किन्तु नहीं गये ।  अब ये ड्यूटी लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी निभा रहे हैं।  राहुल अमरीका से वापस लौटे है और सीधे श्रीनगर जा रहे हैं। उनके जाने से क्या होगा और क्या नहीं ये वे जानें लेकिन मै इतना कह सकता हूँ कि राहुल ने अक्ल से काम लिया है। वे भी श्रीनगर न जाकर मधुबनी से पीड़ितों के प्रति अपनी सहानुभूति का प्रदर्शन कर सकते थे ,लेकिन वे मधुबनी नहीं गए।  वे मोदी जी का पीछा नहीं कर रहे हैं ,फिर भी पूरी भाजपा जितना पाकिस्तान से नहीं डरती उससे कहीं ज्यादा कांग्रेस और राहुल गाँधी से डरती है। 

अंततोगत्वा मुझे उम्मीद है कि मोदी जी पाकिस्तान को सबक जरूर सिखाएंगे ।  हम सब उनके साथ हैं क्योंकि मसला देश की सम्प्रभुता,एकता और अखंडता से जुड़ा है। इस मामले पर हम कोई राजनीति नहीं करना चाहते ,किसी को भी नहीं करना चाहिये ।  राहुल गाँधी को भी भी नहीं और मोदी जी को भी नहीं। किन्तु मुझे पता है कि मेरे जैसे अदने से लेखक की बात मानता कौन है ? न माने लेकिन मै अपना काम कर रहा हू और मैं कोई भटका बादल नहीं हूँ  की गरजूं कहीं और और बरसूं कहीं और। 

@ राकेश अचल

चौंकाने वाली भविष्यवाणियां करते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन

  

फाइल फोटो 

 14 अप्रैल के आपके द्वार न्यूज चैनल में ग्वालियर के ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने नव संवत्सर और वैशाख माह  के साथ खप्पर योग निर्मित हो रहा है के अशुभ प्रभाव से बताया था कि हिंसा,प्राकृतिक आपदा ,एवं राजनैतिक  विचित्र घटनाओ, दुर्घटनाओ को यह योग जन्म देगा और अपनी कोई न कोई बड़ी अमिट छाप  छोड़कर जाएगा।


अभी वैशाख मास को 15 दिन भी नहीं बीते  बेमौसम बादलों का फटना, बंगाल में हिंसा का बढ़ाना,मुंबई में जैन मंदिर पर विलडोजर चलाकर टूटना,भूकंप का आना और कश्मीर में बड़ी दर्दनाक आतंकी हिंसा ने पूरे देश को हिला कर रख दिया ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर आतंकवाद पर पूर्ण विराम कैसे लगे।

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन लगभग तीन दशक से ज्योतिष के माध्यम से भविष्यवाणियां करते आ रहे हैं इनकी दर्जनों भविष्यवाणियां सत्य सिद्ध हुई हैं।

25 अप्रैल 2025, शुक्रवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 05:46 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:51 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष *द्वादशी तिथि*  11:44 बजे  तक फिर त्रयोदशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र 08:53 बजे तक  फिर उत्तराभाद्रपद नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *ऐद्र*  है।

*करण*  :-आज  *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक है भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज पाताल में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 10:41 बजे से 12:19 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: प्रदोष व्रत 

*मुहूर्त* : -  जीर्ण गृहप्रवेश, नव गृह प्रवेश, देव प्रतिष्ठा, नाम करण, विद्यारंभ, सगाई  है  अन्य नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-मीन, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

चर 05:47 - 07:25 शुभ

लाभ 07:25 - 09:03 शुभ

अमृत 09:03 - 10:41 शुभ

काल 10:41 - 12:19 अशुभ

शुभ 12:19 - 13:57 शुभ

रोग 13:57 - 15:35 अशुभ

उद्वेग 15:35 - 17:14 अशुभ

चर 17:14 - 18:52 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

रोग 18:52 - 20:13 अशुभ

काल 20:13 - 21:35 अशुभ

लाभ 21:35 - 22:57 शुभ

उद्वेग 22:57 - 24:19*अशुभ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

उठाइये कदम ,हम सब एक साथ हैं

 

पहलगाम नृशंस हत्याकांड के बाद भारत सरकार को जो जरूरी कदम उठाने हैं ,वो उठाये,इस मुद्दे पर पूरा देश सरकार के साथ है। लेकिन शर्त ये है कि सरकार इस मुद्दे पर कार्राई से पहले ये भी गारंटी दे की देश में फिलहाल कोई ध्रुवीकरण नहीं किया जाएगा। इस हत्याकांड की आड़ में फिर से हिन्दू-मुसलमान नहीं किया जाएगा। क्योंकि देश का असली नुक्सान इसी ध्रुवीकरण की वजह से हो रहा है। 

पहलगाम में 28 लोगों की हत्या से पूरा देश सिहिर गया है।  इस हत्याकांड के लिए जब हमने और दूसरों ने केंद्र सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया तो बहुत से लोग [ भक्तगण ] आहत हो गए। राशन-पानी लेकर पिल पड़े। लेकिन मुझे उनके ऊपर केवल दया आयी,क्योंकि वे नहीं जानते की वे क्या कह रहे हैं या क्या कर रहे हैं ? भटकगणों से मेरा सीधा सा सवाल है की इस हादसे के लिए सत्ता प्रतिष्ठान को दोषी न ठहराया जाये तो क्या विपक्ष को दोषी ठहराया जाये ?डोनाल्ड ट्रम्प,पुतिन या  जिनपिंग को दोषी ठहराया जाये ?ऐसा नहीं होता। दोषी हमेशा सत्ता प्रतिष्ठान होता है क्योंकि उसके पास समस्त शक्तियां होतीं हैं। 

बहरहाल हम स्वागत करते हैं की माननीय प्रधानमंत्री अपनी सऊदी अरब की यात्रा को बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौटे ।  उन्होंने इस हत्याकांड के बाद तात्कालिक रूप से जो मुमकिन हो सकता था वो किया भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक  में कई अहम फ़ैसले  भी लिए गए, जिसमें पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को निलंबित करने . इसके साथ ही अटारी बॉर्डर को भी बंद करने का फ़ैसला किया गया है।  आपको याद होगा की भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल समझौता किया था। इसे   तुरंत प्रभाव से निलंबित रखने का फ़ैसला किया है।  ये फ़ैसला तब तक लागू रहेगा जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय ढंग से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता। 

सिंधु समझौते बारे में आज के पाठक शायद न जानते हों इसलिए बता दूँ की सिंधु जल  समझौते के तहत  ब्यास, रावी और सतलुज नदियों का नियंत्रण भारत को, तथा  सिंधु, चिनाब और झेलमका नियंत्रण पाकिस्तान के पास है । समझौते के अनुसार भारत को उनका उपयोग सिंचाई, परिवहन और बिजली उत्पादन हेतु करने की अनुमति है। इस दौरान इन नदियों पर भारत द्वारा परियोजनाओं के निर्माण के लिए सटीक नियम निश्चित किए गए। यह संधि पाकिस्तान के डर का परिणाम थी ,क्योंकि इन  नदियों का उद्गम  भारत में होने के कारण कहीं युद्ध आदि की स्थिति में उसे सूखे और अकाल आदि का सामना न करना पड़े।

पहलगाम हत्याकांड के फौरन बाद भारत ने अटारी इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट को भी तुरंत प्रभाव से बंद करने का फ़ैसला किया है. सरकार की ओर से कहा गया है कि जो लोग मान्य दस्तावेजों के आधार पर इधर आए हैं वो इस रूट से 1 मई 2025 से पहले वापस जा सकते हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि अब पाकिस्तानी नागरिक सार्क वीजा छूट स्कीम (एसवीईएस) के तहत जारी वीजा के आधार पर भारत की यात्रा नहीं कर पाएंगे. एसवीईएस के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को पूर्व में जारी किए वीजा रद्द माने जाएंगे. एसवीईएस के तहत जो भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में हैं उन्हें 48 घंटों में भारत छोड़ना होगा। 

एक अन्य फैसले के बाद नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को अवांछित (पर्सोना नॉ ग्रेटा) व्यक्ति घोषित कर  दिया गया है।  उन्हें भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।  भारत इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग के रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को भी वापस बुला रहा है. दोनों उच्चायोग में ये पद खत्म माने जाएंगे। ये सभी कूटनीति और राजनयिक कदम हैं। असली कार्रवाई तो नृशंस हत्यारों का खात्मा है। ये खात्मा फुटकर मुठभेड़ों से मुमकिन नहीं है। इसके लिए क्या किया जाना चाहिए ये हम जैसे लोग नहीं बता सकते ।  ये तय करना सेना और सरकार का काम है। हमारे यहां कहावत है की शत्रुता और उधारी कभी बकाया नहीं रहना चाहिए। हिसाब बराबर होना ही एकमात्र विकल्प है। 

मेरे हिसाब से और बेहतर होता की सरकार इस हत्याकांड के बाद राजनीति से ऊपर उठकर आनन-फानन में एक सर्वदलीय बैठक भी बुला लेते ।  सभी दलों को विश्वास में लेकर कोई फैसला किया जाता तो और बेहतर होता। क्योंकि ये लड़ाई हिन्दू-मुसलमान की या भाजपा -कांग्रेस की नहीं है। पूरे देश की है,देश की सम्प्रभुता  और एकता पर हमले के खिलाफ लड़ने की है। इसे सरकार अकेले नहीं लड़ सकती। पूरे देश को ये लड़ाई लड़ना होगी। मैं होता तो देश से अपील करता कि देश कुछ समय के लिए तमाम आंदोलन,धरना,प्रदर्शन बंद कर भारत सरकार के साथ खड़ा हो। अभी भी ज्यादा देर नहीं हुई है।  सरकार को विपक्ष कि साथ पाकिस्तान जैसा व्यवहार  न करते हुए  सहयोगियों जैसा व्यवहार करना चाहिए। जब हालात मामूल पर आ जाएँ तब विपक्ष अपना काम करे और सरकार अपना काम करें। लेकिन सरकार ऐसा कर नहीं रही ।  जम्मू-कश्मीर में हुई उच्च स्तरीय बैठक  से सूबे के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को बाहर कर दिया गया। ये राज्य की जनता का अपमान है।उमर कोई पाकिस्तानी नागरिक नहीं है।  उनके पास आतंकवादियों से दो-दो हाथ करने का पुराना तजुर्बा  है।

आज मैं न प्रधानमंत्री की आलोचना करना चाहता हूं और न गृहमंत्री जी की । मेरा तो एक ही आग्रह है इस देश के प्रधानमंत्री किसी दिन रात  8  बजे देश से मुकझातिब हों। उन्हें   इस हादसे   के बाद देश से मुंह  छिपाने की जरूरत नहीं है। उनकी सरकार के अतीत के फैसलसों पर बाद में बात हो जाएगी। अभी तो पाकिस्तान से और आतंकवादियों  से निबटना है और मिलजुलकर निबटना है। 

@ राकेश अचल

24 अप्रैल 2025, गुरुवार का पंचांग


*सूर्योदय :-* 05:47 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:50 बजे 

श्रीविक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष *एकादशी तिथि*  14:32 बजे  तक फिर द्वादशी तिथि चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज* शतभिषा नक्षत्र 10:48 बजे तक  फिर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *ब्रह्म*  है।

*करण*  :-आज  *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक है भद्रा  नहीं गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज दक्षिण दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 13:57 बजे से 15:35 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:53 बजे से 12:46 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*:- वरुथनी एकादशी व्रत श्री वल्लभाचार्य जयंती

*मुहूर्त* : - भूमि पूजन/ नींव जीर्ण गृहप्रवेश, देव प्रतिष्ठा,  मुंडन, विद्यारंभ, वाहन  है  अन्य नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-कुंभ, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है। 

*🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 05:48 - 07:26 शुभ

रोग 07:26 - 09:04 अशुभ

उद्वेग 09:04 - 10:42 अशुभ

चर 10:42 - 12:19 शुभ

लाभ 12:19 - 13:57 शुभ

अमृत 13:57 - 15:35 शुभ

काल 15:35 - 17:13 अशुभ

शुभ 17:13 - 18:51 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

अमृत 18:51 - 20:13 शुभ

चर 20:13 - 21:35 शुभ

रोग 21:35 - 22:57 अशुभ

काल 22:57 - 24:19*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

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बुधवार, 23 अप्रैल 2025

बुडेरा पुलिस ने अभियान में नाबालिग बालिका को गुडगांव (हरियाणा) से दस्तयाव कर परिजनों को सौंपा

Aapkedwar news–अजय अहिरवार 

टीकमगढ़ –पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा नाबालिग बालिका/बालक की दस्तयाबी हेतु  “विशेष अभियान" चलाया जा रहा है जिसमें सभी थाना/चौकी प्रभारियों को निरंतर दैनिक रूप से प्रभावी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया जा रहा है।

इसी तारतम्य में  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम ससत्या एवं एसडीओपी टीकमगढ राहुल कटरे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बुडेरा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसके द्वारा व्दारा मेहनत से कार्य करते हुये थाना बुडेरा के अपक्र० 55/25 धारा 137(2) मे अपहृत नाबालिग बालिका रूबी (परिवर्तित नाम) को फरुखनगर (गुडगांव) हरियाणा से दस्तयाव कर अपहृर्ता के धारा 180 बीएनएसएस के कथन एवं धारा 183 बीएनएमएस के कथन माननीय न्यायालय में कराये गये, कथन उपरांत नाबालिका को उसके परिजनो को सुपुर्द किया गया ।

*सराहनीय भूमिका* ~ इस कार्यवाही में थाना प्रभारी उप निरीक्षक अंकित दुबे, साइबर सेल प्रभारी उनि० मयंक नगायच, सउनि० रतिराम कोंदर, प्रआर० 349 विजय वर्मा, आर0 625 जितेन्द्र चन्देल, आर0 541 अनिल पचौरी, मआर0 315 सुनीता अहिरवार का विशेष योगदान रहा।

जतारा एसडीओपी और जतारा रेंजर की सूझबूझ और समन्वय से अवैध लकड़ी परिवहन करते जप्त हुआ ट्रक

Aapkedwar news–अजय अहिरवार 

जतारा।विदित हो कि टीकमगढ़ जिले अंतर्गत विगत कुछ माह से वन माफिया रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के अवैध अपराधों की जगह उत्तर प्रदेश के लकड़ी तस्करों के साथ मिलकर टीकमगढ़ जिले के विभिन्न स्थानों से राजस्व भूमि पर बिना अनुमति के खैर, यूकेलिप्टस, बबूल, और श्यामर के वृक्षों की कटाई करके संगठित अपराध के तहत उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और अन्य जगह टीकमगढ़ से काटी गई लकड़ी का अवैध परिवहन कर रहे हैं, जिस पर नियंत्रण रखने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार वाहन की जप्ती जारी है जिसके तहत टीकमगढ़, बलदेवगढ़, सहित जतारा रेंज अंतर्गत अनेकों वाहनों की जप्ती की कार्यवाही को अंजाम दिया गया।

जिसको सतत जारी रखते हुए और मुखबिर तंत्र को मजबूत करते हुए अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जतारा अभिषेक गौतम और जतारा रेंजर शिशुपाल अहिरवार के समन्वय और सहयोग से संयुक्त कार्यवाही करते हुए दिनांक 22/04/2025 की रात्रि में बम्होरी थाना की कनेरा पुलिस चौकी पर एक ट्रक क्रमांक UP 93 BT 8995 जिसके अन्दर ऊपर से काली पॉलीथिन से लकड़ी छिपाकर रखी जाकर परिवहन की जा रही थी को पुलिस चौकी कनेरा के पुलिस बल द्वारा संदेह के आधार पर रोककर जांच की गई तो ट्रक के अन्दर अवैध रूप से काटी गई श्यामर की लकड़ी छिपाकर रखी पाई गई, जिसकी सूचना अनुभिवागीय अधिकारी पुलिस जतारा अभिषेक गौतम को प्राप्त होने पर उनके द्वारा उक्त सूचना उनके द्वारा जतारा रेंजर शिशुपाल अहिरवार को दी गई जिसके पश्चात जतारा रेंजर के द्वारा तत्काल वन अमले को कनेरा पुलिस चौकी भेजा गया जहां पर कनेरा पुलिस चौकी के पुलिस अमले द्वारा एक 14 चका ट्राला ट्रक जिसका पंजीयन क्रमांक UP 93 BT 8995 जिसमें अवैध रूप से काटी गई श्यामर प्रजाति की लकड़ी को अवैध रूप से परिवहन कराए जाने के कारण और परिवहन एवं कटाई के कोई अभिलेख ट्रक चालक के पास नहीं होने के कारण पुलिस चौकी कनेरा के द्वारा जप्त किया गया था जिसकी सुपुर्दी वन अमले के द्वारा ली जाकर जप्त ट्रक मय लोड वनोपज के थाना जतारा में सुरक्षित खड़ा कराया जाकर, अवैध लकड़ी परिवहन के लिए ट्रक मालिक और ट्रक चालक के विरुद्ध वन अपराध प्रकरण क्रमांक 243/20 दिनांक 22/04/2025 पंजीबद्ध करके विवेचना में लिया गया।

पहलगाम में आतंकी हमला 27लोग मरे ,पूरा देश स्तब्ध




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