मंगलवार, 2 सितंबर 2025

खग्रास चन्द्र ग्रहण के साथ पितृ पक्ष की शुरुवात 7 सितम्बर पूर्णिमा रविवार से

 

खग्रास चन्द्र ग्रहण के साथ पितृ पक्ष की  शुरुवात 7 सितम्बर पूर्णिमा रविवार से है । पितृ पक्ष पितरों से आशीर्वाद लेने का विशेष समय रहता हैं।

यह समय हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा एवं आश्विन मास कृष्ण प्रतिपदा से अमावस्या तक का समय पितृ पक्ष कहलाता है।

इस पूरे पक्ष में मृत पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है।

वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि  पितृ पक्ष में पितरों की मरण तिथि जिस दिन इस पक्ष के दौरान आती हैं उसी तिथि को पूर्वजों का श्राद्ध करना चाहिए ।

पुरुष के मरण की तिथि को किसी ब्राह्मण को और  महिला की मरण तिथि के दिन ब्राह्मणी को भोजन कराकर यथा शक्ति दान दक्षिणा देना चाहिए।

श्राद्ध  ज्येष्ठ पुत्र या नाती के द्वारा करना चाहिए।

ज्योतिषाचार्य ने कहा इस साल श्राद्ध पक्ष 7 सितंबर रविवार पूर्णिमा   से शुरू होकर 21 सितंबर रविवार   तक चलेगा। इस दौरान पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाएगा।

इस बार भाद्रपद   पूर्णिमा तिथि को खग्रास चन्द्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा ग्रहण के दिन सूतक में पूर्णिमा का श्राद्ध किया जा सकेगा किंतु अपक्वान्न  का ही दान करना चाहिए। श्राद्ध की तिथियां इस प्रकार है - 

*पूर्णिमा श्राद्ध* 

7 सितंबर  रविवार पूर्णिमा का श्राद्ध

 *प्रतिपदा श्राद्ध* 

 8 सितंबर , सोमवार 

 *द्वितीया श्राद्ध*

 9 सितंबर, मंगलवा

 *तृतीया और चतुर्थी श्राद्ध* 10 सितंबर, बुधवार 

*पंचमी और महा भरणी श्राद्ध*

 11 सितंबर , गुरुवार *षष्ठी श्राद्ध* 

 12 सितंबर, शुक्रवार

 *सप्तमी श्राद्ध* 

13 सितंबर ,शनिवार *अष्टमी श्राद्ध*

 14 सितंबर , रविवार

 *नवमी श्राद्ध*

 15 सितंबर, सोमवार 

 *दशमी श्राद्ध*

 16 सितंबर , मंगलवार 

 *एकादशी श्राद्ध*

 17 सितंबर , बुधवार *द्वादशी श्राद्ध* 

18 सितंबर , गुरुवार

 *त्रयोदशी और मघा श्राद्ध* 

19 सितंबर , शुक्रवार *चतुर्दशी श्राद्ध* 

 20 सितंबर , शनिवार

 *सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध* 

 21 सितंबर 2025, रविवार

श्राद्ध पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं ताकि पूर्वजों को शांति मिले ।

जैन ने कहा जिनकी कुंडली में पितृ दोष,कालसर्प दोष  से घर में अशांति हो व्यापार नौकरी में रुकावट आती रह रही हो उन्हें सर्व कार्य सिद्धि प्राप्त होती हैं।

2 सितम्बर 2025, मंगलवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 06:00 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 18:40 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* :  शरदऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष दशमी तिथि* 27:52 बजे  तक फिर एकादशी  तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* मूल नक्षत्र 21:50 बजे तक  फिर पूर्वाषाढ़ नक्षत्र चलेगा 

    *योग* :- आज *प्रीति* है।

*करण*  :-आज *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक भद्रा नहीं है गंडमूल 21:51 बजे तक  है 

*🔥अग्निवास*: आज पाताल में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  15:30 बजे से 17:05

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11: 55 बजे से 12:46 बजे तक शुभ समय किन्तु प्रत्येक बुधवार अभिजीत मुहूर्त के समय राहु काल होने से अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* : - जैन धूप दशमी,तेजा दशमी,बाबा राम देव मेला

*मुहूर्त* : -नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-सिंह, चन्द्र धनु, मंगल-कन्या, बुध-सिंह, गुरु-मिथुन, शुक्र-कर्क, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

अब घर बैठे ही परामर्श प्राप्त करें: ज्योतिष,वास्तु , अंक ज्योतिष एवं जन्म कुंडली द्वारा शिक्षा, सर्विस,रोजगार,व्यापार, विवाह,मंगल,कालसर्प और  पितृ दोष शनि साढ़ेसाती मुहूर्त आदि जानकारी परामर्श समाधान

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन 

(राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त )

विगत 26 वर्षों से लगातार ज्योतिष के क्षेत्र में कार्य रात- अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई।

मो .9425187186, 9302614644

सोमवार, 1 सितंबर 2025

पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग, जंप संगठन ने सौंपा ज्ञापन

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़। पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों और सुरक्षा को लेकर जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ मध्यप्रदेश (जम्प) की जिला इकाई टीकमगढ़ ने कड़ा रुख अपनाया है। सोमवार को जिला इकाई के पदाधिकारियों एवं पत्रकार साथियों ने जिला अध्यक्ष अभय मोर के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपा। जिसके पश्च्यात पत्रकार संगठन ने कलेक्टर विवेक श्रोतीय को भी ज्ञापन दिया। ज्ञापन में संगठन ने मांग की कि प्रदेश में शीघ्र पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए, ताकि पत्रकारों को न्याय और सुरक्षा मिल सके। संगठन ने हाल ही में राजगढ़ जिले के कुरावर में हुए हमले का उल्लेख किया, जिसमें जंप के ब्लॉक अध्यक्ष मनोज मेवाड़े पर असामाजिक तत्वों ने लूटपाट और जानलेवा हमला किया था।

 पत्रकारों का आरोप है कि इस गंभीर घटना के बाद भी स्थानीय थाना प्रभारी ने कार्रवाई करने में लापरवाही बरती और केवल दबाव पड़ने पर ही एफआईआर दर्ज की। इतना ही नहीं, पीड़ित पत्रकार पर समझौता करने का दबाव भी बनाया गया, जो बेहद निंदनीय है। ज्ञापन में कहा गया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार आज खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वर्षों से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग हो रही है, परंतु अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

 जिला अध्यक्ष अभय मौर ने कहा कि पत्रकार समाज की समस्याओं को उजागर करने का काम करता है, लेकिन जब उसकी ही सुरक्षा खतरे में हो तो यह लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है। सरकार को तत्काल पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना चाहिए।

 इस मौके पर हरिश्चन्द यादव, सत्त्तार खान, अवधेश वर्मा,   गंधर्व सिंह बुन्देला, ललित दुवे समीर खान, अकरम खान, प्रतीक रामचंद्रनी,सोनू विश्वकर्मा, लोकेन्द्र सिंह परमार अखण्ड यादव, राजेश यादव,नीरज यादव, सलीम खान, विकास राय, रविंद्र अहिरवार, इरफान बाबा,गौरव वर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार साथी मौजूद रहे और उन्होंने एक स्वर में पत्रकारों की सुरक्षा की मांग उठाई।

1 सितम्बर 2025, सोमवार का पंचांग

*🌞सूर्योदय :-* 06:00 बजे  

*🟠सूर्यास्त :-* 18:41 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य दक्षिणायन, उत्तरगोल 

*⛱️ऋतु* :  शरदऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज *भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष नवमी तिथि* 26:43 बजे  तक फिर दशमी  तिथि।

💫 *नक्षत्र आज* ज्येष्ठा नक्षत्र 19:54 बजे तक  फिर मूल नक्षत्र चलेगा 

    *योग* :- आज *विष्कुंभ* है।

*करण*  :-आज *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक भद्रा नहीं है गंडमूल  है 

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में है।

*🌚राहूकाल* :आज  07:35 बजे से 09:11

 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11: 55बजे से 12:46 बजे तक प्रत्येक बुधवार अशुभ होता हैं।

*पर्व त्यौहा* : - 

*मुहूर्त* : सगाई,मकान क्रय/विक्रय, अन्नप्राशन है अन्य नहीं हैं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-सिंह, चन्द्र वृश्चिक, मंगल-कन्या, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-कर्क, शनि-मीन, राहू- कुंभ,केतु-सिंह, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

अब घर बैठे ही परामर्श प्राप्त करें: ज्योतिष,वास्तु , अंक ज्योतिष एवं जन्म कुंडली द्वारा शिक्षा, सर्विस,रोजगार,व्यापार, विवाह,मंगल,कालसर्प और  पितृ दोष शनि साढ़ेसाती मुहूर्त आदि जानकारी परामर्श समाधान

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन 

(राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त )

विगत 26 वर्षों से लगातार ज्योतिष के क्षेत्र में कार्य रात- अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई।

मो .9425187186, 9302614644

रविवार, 31 अगस्त 2025

रेंजर जतारा की अनूठी पहल

टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

पिपरट नर्सरी में जनप्रतिनिधियों और पत्रकार साथियों के साथ समस्त रेंज स्टॉफ एवं वन समिति सदस्यों और ग्रामीणों के साथ आयोजित हुआ दूसरा समानता का सामूहिक भोजन कार्यक्रम

सुरक्षा में सहयोग और वन वर्धनिक कार्यों में ग्रामीणों की सहभागिता बढ़ाने के लिए जगह जगह चलाई जा रही सामूहिक समानता भोजन की मुहिम

वन विभाग के अमले की आपस में एवं ग्रामीणों के साथ हेरारकी और असमानता को कम करने के लिए चलाई जा रही मुहिम

विदित हो कि जतारा रेंजर टीकमगढ़ जिले में कोई न कोई वन सुरक्षा और कर्मचारियों के संबंध में उल्लेखनीय कार्यवाही और नवाचार करते रहते हैं, चाहे वो ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाना हो या फिर कर्मचारियों के लिए आवास, स्वास्थ, और अन्य सुविधाओं के साथ वन अपराधों के विरुद्ध की जाने वाली कार्यवाहियां हो, हर पल जतारा रेंज से इस प्रकार की खबरें प्राप्त होती रहती हैं।

इसी के तारतम्य में विगत 15 अगस्त को जतारा रेंज के स्टॉफ की सामूहिक सहमति उपरांत जतारा रेंज अंतर्गत जितने भी कैंपस (जतारा, लिधौरा, पलेरा, लार एवं पिपरट) हैं उन सभी कैंपस में प्रत्येक रविवार को वन समिति सदस्यों, ग्रामीणों, और संपूर्ण वन अमले के साथ सामूहिक भोजन करने का नवाचार प्रारंभ किया गया, ताकि वन समिति सदस्यों, ग्रामीणों और स्टॉफ के मध्य व्याप्त हेरारकी और असमानता को दूर कर उन सभी का सहयोग वन सुरक्षा में लेकर वानिकी कार्यों में सभी की सहभागिता सुनिश्चित कराते हुए शासन की योजनाओं को गांव गांव तक पहुंचाया जा सके,जिसकी शुरुआत सबसे पहले लार कैंपस से की गई थी, उसी तारतम्य में पुनः 31/08/2025 को पिपरट नर्सरी में पिपरट, माछी, बलदेवपुरा, कर्मोरा,जरूआ, एवं कंदवा गांव के वन समिति सदस्यों, और स्थानीय ग्रामीणों के साथ साथ टीकमगढ़ और जतारा के समस्त पत्रकार साथियों और सम्पूर्ण वन अमले के द्वारा स्वयं के हाथों से स्वादिष्ट भोजन तैयार कर एक दूसरे को परोसते हुए सामूहिक भोजन किया गया जिसके दौरान जतारा रेंजर शिशुपाल अहिरवार द्वारा वन सुरक्षा के साथ साथ ग्रामीणों को वनों से प्राप्त होने वाली वनोपज और उससे आजीविका प्राप्ति और वन सुरक्षा में सहयोग लेने के संबंध में चर्चा करते हुए उपस्थित कर्मचारियों की समस्याओं एवं जिज्ञासाओं पर चर्चा की गई और सभी ने एक साथ बिना अधिकारी कर्मचारी के भेदभाव के साथ सौहार्द तरीके से स्वादिष्ट भोजन का प्रकृति की गोद में आनंद लिया गया।

शनिवार, 30 अगस्त 2025

वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा की लगातार दो दिन में दो बड़ी कार्यवाहियां

 28/08/2025 को विद्युत करंट से मृत नीलगाय के  आरोपी को जेल पहुंचाने के बाद 30/08/2025 को रेत परिवहन में जप्त किए गए दो ट्रैक्टर

 बीट कछोरा की उर नदी से रेत उत्खनन और परिवहन करते जप्त किए गए दो नग ट्रैक्टर

Aapkedwar news– अजय अहिरवार


जतारा–विदित हो कि दिनांक 28/08/2025 की सुबह  पटपरा वार्ड नंबर 15 नगर परिषद पलेरा में राजस्व क्षेत्र में निर्मित बारे लाल माते के निजी खेत में एक वन्य प्राणी नीलगाय विद्युत करंट की चपेट में आकर मृत हो गया था जिसके बाद विद्युत करंट लगाने वाले आरोपी को बारे लाल माते को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध वन अपराध प्रकरण क्रमांक 249/11 दिनांक 28/08/2025 वन्य जीव  संरक्षण अधिनयम 1972 की धारा 2,9,39, एवं 51 के तहत पंजीबद्ध करके न्यायालय में पेश करने के उपरांत न्यायालय द्वारा उक्त आरोपी को जेल वारंट जारी करते हुए 29/08/2025 को जेल दाखिला कराया गया।

उसके बाद दिनांक 30/08/2025 को वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि बीट कछोरा के जंगल में बहने वाली उर नदी से दो ट्रैक्टर रेत का उत्खनन कर परिवहन कर रहे हैं, जिसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा के द्वारा वन अमले को मौके से रवाना किया गया तो दो नग लाल रंग के न्यू सोल्ड ट्रैक्टर मय ट्राली जिनमें आधी से अधिक ट्रॉली रेत भरी हुई थी, को जप्त करके क्रमशः वन अपराध प्रकरण क्रमांक 249/12 एवं 249/13 दिनांक 30/08/2025  आरोपी वाहन मालिकों प्रकाश कुशवाहा एवं घमंडी अहिरवार के विरुद्ध पृथक पृथक वन अपराध पंजीबद्ध करते हुए अग्रिम कार्यवाही हेतु सुरक्षित वन परिक्षेत्र कार्यालय परिसर जतारा में खड़ा कराया गया।

उक्त तीनों कार्यवाहियां वन सरंक्षक छतरपुर, वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ एवं उपवन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ के दिशा निर्देशन में और वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के कुशल नेतृत्व में की गई जिसमे वन परिक्षेत्र जतारा के वन अमले के रूप में ओमप्रकाश रैकवार कार्यवाहक उपवन क्षेत्रपाल, सीपी सौर वनपाल, रियाजउद्दीन काज़ी वनपाल, राजेश विक्रम सिंह वनपाल, जालम प्रजापति वनपाल,पुष्पेंद्र सिंह बुंदेला वनरक्षक, धीरज सोनी वनरक्षक, ललित राय वनरक्षक, विकास वर्मा वनरक्षक, प्रमोद अहिरवार वनरक्षक, संजय दीक्षित वनरक्षक, शुभम पटेल वनरक्षक, जयराम अहिरवार वनरक्षक,अशोक वर्मा वनरक्षक, अमन प्रजापति वनरक्षक, विवेक वंशकार वनरक्षक, अनिल द्विवेदी और आजाद खान स्थाई कर्मी के साथ साथ वाहन चालक शहीद खान मौजूद रहे।

खबर लिखे जाने तक अन्य तीसरे ट्रैक्टर की खबर प्राप्त होने पर उसको भी जप्त करने के लिए वन विभाग जतारा की टीम वन क्षेत्र में गस्त कर रही है।

शुक्रवार, 29 अगस्त 2025

डॉ. भगवत सहाय महाविद्यालय में विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण

ग्वालियर  । वर्तमान के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी का भविष्य भी उज्ज्वल हो, इसी ध्येय के साथ सरकार शिक्षा सुविधाओं का विस्तार कर रही है। इसी भाव के साथ उप नगर ग्वालियर के अंतर्गत शिक्षण संस्थाओं को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यह बात ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डॉ. भगवत सहाय शासकीय महाविद्यालय में विकास कार्यों के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने महाविद्यालय में कुल 4 करोड़ 15 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित मुख्य प्रवेश द्वार, अत्याधुनिक विज्ञान भवन, कम्प्यूटर प्रयोगशाला एवं स्मार्ट क्लास का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने की। 

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य अतिथियों ने शॉल-श्रीफल व पुष्पाहारों से डॉ. भगवत सहाय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर के श्रीवास्तव को सम्मानित किया। डॉ. श्रीवास्तव इसी माह 30 अगस्त को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। सभी अतिथियों ने डॉ. श्रीवास्तव के सेवाकाल को याद किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। 

तैराकी प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने किया शानदार प्रदर्शन

नगर निगम ने किया प्रतियोगिता का आयोजन 

ग्वालियर  ।  खिलाडी खेल भावना से खेलते हुये लक्ष्य को हासिल करें और अपने सर्वश्रेष्ठ खेल का प्रदर्शन करें। नगर निगम ग्वालियर द्वारा निरंतर खेलों को बढावा देने के लिए विभिन्न वर्गों की खेल प्रतियोगिताओं को आयोजन किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि शहर से अधिक से अधिक प्रतिभावान खिलाड़ी देश एवं विश्व में ग्वालियर का नाम रोशन करें। उक्ताशय के विचार महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में नगर निगम द्वारा आयोजित जिला स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। 

कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा खिलाड़ियों व जिला तैराकी संघ के तकनीकी सदस्यों का परिचय प्राप्त किया तदोपरान्त रंगीन गुब्बारे छोड़कर प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया तथा इस अवसर पर विजयी खिलाड़ियों को मेडल सर्टिफिकेट व पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया। नगर निगम, ग्वालियर एवं जिला तैराकी टीम के मध्य मैत्रीपूर्ण वाटरपोलो का मैच भी खेला गया जिसमें नगर निगम, ग्वालियर 2-1 से विजयी रही। प्रतियोगिता की ओवरऑल चौम्पीयनशिप विधा भवन स्कूल की रही एवं द्वितीय व तृतीय स्थान एल.ए.एच.एस. एवं भारतीय कर रहा। तैराकी प्रतियोगिता में 10 वर्ष की कैटेगरी में 50 मीटर फ्रीस्टाइल के गु्रप में वीर भारद्वाज प्रथम, आरव गोयल द्वितीय एवं गौरांग तिवारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी कैटेगरी में गर्ल्स ग्रुप में अविष्का अग्रवाल ने प्रथम, डिम्पल कंवर ने द्वितीय, कामाख्या गुप्ता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसके ही विभिन्न श्रेणियों में अलग अलग कैटेगरी में आयोजित बॉयज एवं गर्ल्स समूह में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें विजयी खिलाडियों को मेडल प्रदान किए गए तथा सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों को सर्टिफिकेट दिए गए। 

कब होगी राजनीति में गाली-गलौच अक्षम्य?

' बिहार में वोट चोर,  अभियान के एक मंच से किसी उत्साहीलाल ने प्रधानमंत्री को मां की गाली देकर अच्छा नहीं किया. उस मरदूद को नहीं पता कि कोई भी गाली असभ्यता का परिचायक होती है, और इसे सप्रयास रोका जाना चाहिए. गाली-गलोच से किसी भी अभियान की पवित्रता नष्ट होती है. गाली चाहे आम कार्यकर्त्ता दे या कोई पंत प्रधान इसे निंदनीय ही कहा जाएगा. 

भारतीय राजनीति में गालियों का चलन नया -नया है, कोई एक दशक पुराना. मैने तब भी इस अभियान की निंदा की थी, लेकिन गालियों की जितनी निंदा की गई, उनका प्रचलन उतना ही ज्यादा बढ गया. गालियां दरअसल सबल का अहंकार और निर्बल का हथियार होती हैं. 

हमारे बुंदेलखंड में तो सरस गालियां संस्कृति का अभिन्न अंग है. विवाह के मौके पर महिलाएं यदि बारातियों को लय ताल में गालियां न सुनाएं तो बुरा माना जाता है. बाराती गालियां सुनकर महिलाओं को नेग देते हैं.गालियां वरपक्ष के सगे-संबंधियों को नाम सहित दी जाती थीं.मुझे याद है जब मैं बच्चा था तब अपनी मां को गालियां गाते सुनकर आपे से बाहर हो गया था. लेकिन जब बडा हुआ तो मुझे गालियों का महत्व और लालित्य समझ में आया.

राजनीति में गालियां संस्कृति नहीं बल्कि असभ्यता का परिचायक हैं. इनका श्रीगणेश किसने किया और कब किया ये मैं नहीं बता सकता. किंतु अपनी याददाश्त पर जोर डालता हूं तो लगता है कि राजनीति में गालियां 2014 के पहले चलन में शायद नहीं थीं. तब भी किसी ने श्रीमती इंदिरा गांधी को गाली नहीं दी जब उन्होने इमरजेंसी लगाई या आपरेशन ब्लू स्टार किया. इंदिरा जी को गालियों से नहीं बल्कि गोलियों से मारा गया.

बात प्रधानमंत्री को माँ की गाली देने की है. प्रधानमंत्री का इस गाली से कुछ नहीं बिगडने वाला. वे तो गालियों को शक्तिवर्धक रसायन मानते हैं. वे सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि उन्हे रोज दो- तीन किलो गालियां मिलती हैं और इनसे उनकी सेहत और अच्छी होती है. प्रधानमंत्री के इस कथन का किसी मूर्ख, अज्ञानी, औघड ने गलत मतलब लगा लिया शायद. लेकिन उस मूढ ने प्रधानमंत्री को मां की गाली देकर विपक्ष के अच्छे - खासे वोट अधिकार अभियान का नुकसान कर दिया. गाली देने वाला किस दल का था ये मायने नही रखता. मायने ये रखता है कि उसने किस मंच से गाली दी.

गाली देने के अपराध के लिए न भादंसं में कोई कडी सजा का प्रावधान था न भारतीय न्याय संहिता में कोई प्रावधान है. गाली देने वाले के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट भी लिख ली है. लेकिन जब तक पुलिस गाली देने वाले को खोजेगी, गिरफ्तार करेगी, आरोप पत्र बनाकर अदालत में दायर करेगी, तब तक बिहार विधानसभा के चुनाव भी हो जाएंगे.

मै कहना चाहता हूँ कि वोट अधिकार यात्रा के मंचों पर भाषण देते समय लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी भी आपा खो रहे हैं. वे प्रधानमंत्री के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वो भाषा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी फौज के लिए तो ठीक हो सकती है किंतु राहुल के लिए बिल्कुल नहीं. मैने राहुल गांधी के नाना पंडित जवाहरलाल नेहरु को, उनके दादा फिरोज गांधी को, उनकी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी को और उनके पिता राजीव गांधी को भाषण देते सुना है और मुझे ये कहने में कोई संकोच नहीं है कि राहुल गांधी ने अपने परिवार की शालीनता से पगी भाषण शैली का इस्तेमाल नहीं किया. वे उत्तेजना में आपा खो रहे हैं.

राहुल गांधी को याद रखना पडेगा कि गाली का जबाब गाली नहीं हो सकती. यदि किसी ने उनकी मां को 'जर्सी गाय ' कहा तो कहा, 'वारवाला' कहा तो कहा,. किसी ने मोदी जी के मुरीद शशि धरूर की पत्नी को 'पांच करोड की गर्लफ्रैड' कहा तो कहा. किसी ने किसी महिला सांसद की हंसी को 'सूर्पणखा की हंसी 'कहा तो जनता ने उन्हे दंडित किया. चार सौ तो छोडिए तीन सौ पार नहीं करने दिया और 240 सीटों पर रोक दिया.

जनता सब कुछ जानती है. कौन घटिया राजनीति कर रहा है,? कौन भाषा की शालीनता भंग कर रहा है? कौन देश की अस्मिता को मिट्टी में मिला रहा है? जनता प्रधानमंत्री को भी सुनती है और लोकसभा में विपक्ष के नेता को भी. सडक पर भी सुनती है और संसद में भी. इसलिए ये एहतियात बरतना बहुत जरूरी है कि "लरजें न कदम, कोई जुबां बेअदब न हो "नेताओं को हर तरह की उत्तेजना से परहेज करना चाहिए. अन्यथा राहुल बाबा आपके सब किए-धरे पर पानी फिर जाएगा, क्योंकि ' मोदी एंड संस ' तो फिलहाल सत्ता छोडने के मूड में नहीं है्.संघ के सरसंघ चालक माननीय डॉ मोहन भागवत भी इसकी ताईद कर चुके हैं.

@राकेश अचल

गुरुवार, 28 अगस्त 2025

मप्र में अब कभी भी पिट सकते हैं कलेक्टर

 डबल इंजन लगाकर चल रहे मप्र में 55 जिलों के कलेक्टर परेशान हैं, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि सूबे में कब, किस जिले के कलेक्टर को सत्तारूढ दल का विधायक पीट दे.भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा को उंगली दिखाई, तो विधायक ने भी कलेक्टर के मुंह पर मुक्का तान दिया. सुरक्षा बल के जवान यदि बीच में न आते तो कलेक्टर का पिटना तय था.

मप्र मे 2003 से 19 महीनों को छोड भाजपा की ही सरकार है. यानि भाजपा मप्र में दो दशक से सत्तारूढ है. 2018 में कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बेदखल किया था किंतु भाजपा 19 महिने बाद ही बिना चुनाव लडे फिर सत्ता में आ गई थी क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने  भाजपा से सौदेबाजी कर कांग्रेस का तख्ता पलट करा दिया था.

लंबे समय तक सत्ता में रहने के कारण भाजपा के विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष किसी को कुछ समझतै ही नहीं है. जिलों के कलेक्टर और एसपी भाजपा फदाधिकारियों के आगे हाथ बांधे खडे रहते है. इस लंबे समय ने मुख्यमंत्रियों ने प्रशासन प्रमोटी आईएएस और आईपीएस से चलवाने की परंपरा डाल दी. प्रमोटी अधिकारी खेले- खाए होते हैं और उनमें सीधी भर्ती के नौकरशाहों जैसी अकड भी नहीं होती. वे जी हजूरी करने में भी दक्ष होते हैं.इस समय प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में प्रमोटी अधिकारी कलेक्टर और एसपी हैं. भिंड में स्थिति उल्टी है. इसीलिए यहाँ विधायक ने कलेक्टर पर मुक्का तानने की हिमाकत की.

इससे पहले ग्वालियर में आईएएस निगमायुक्त के साथ भी सत्तारूढ दल के लोग अभद्रता कर चुके है.भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर के बंगले पर पहुंचे थे. पहले विधायक और उनके समर्थक बाहर नारेबाजी करते रहे. फिर विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने समर्थकों के साथ मिलकर कलेक्टर के बंगले के दरवाजे को जोरदार धक्का देकर खोल दिया.

दरवाजा खुलते ही सामने शॉल ओढ़े हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव खड़े नजर आए. विधायक के इस रवैए को देखकर कलेक्टर ने विधायक को उंगली दिखा दी. कलेक्टर की उंगली देखकर विधायक इतना आग बबूला हो गए कि उन्होंने कलेक्टर को मारने के लिए मुक्का तान दिया.इससे पहले कि कलेक्टर और विधायक आपस में उलझते, वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने बीच बचाव कर दिया. लेकिन बात यही नहीं थमी. इस उंगली और मुक्का के बीच कलेक्टर ने विधायक से कह दिया, ''चोरी नहीं चलने दूंगा.'' तो पलटकर विधायक ने कलेक्टर से कहा , ''सबसे बड़ा चोर तो तू है.'' विधायक के यह कहते ही वहां मौजूद विधायक के समर्थकों ने 'भिंड कलेक्टर चोर' है के नारे लगाना शुरू कर दिए.


कलेक्टर और विधायक के बीच बहस बाजी हुई तो, सुरक्षाकर्मियों ने बीच बचाव किया. कलेक्टर को तो बंगले के अंदर कर दिया गया, लेकिन बाहर विधायक ने हंगामा शुरू कर दिया. विधायक के समर्थक जमकर नारेबाजी करते रहे और खुद विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा जमकर अपनी नाराजगी बड़बड़ाते हुए निकालते रहे. 

हंगामे की खबर जैसे ही पुलिस अधिकारियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो, एडीएम एलके पांडे समेत पुलिस के अन्य अधिकारी कलेक्टर बंगले पर पहुंच गए. यहां विधायक को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं माने. इसके बाद बात ऊपर तक पहुंची. प्रभारी मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने खुद विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा से बात की. जिसके बाद विधायक का गुस्सा शांत हुआ और विधायक कलेक्टर बंगले से वापस चले गए.कलेक्टर भी शुरू से विवादास्पद है. अदालत ने इनको फील्ड में तैनात न करने की हिदायत दी थी. पूर्व गृहमंत्री डॉ गोविन्द सिंह भी कलेक्टर की शिकायत कर चुके हैं.

मध्यप्रदेश में नौकरशाही और जन प्रतिनिधियों के बीच ये इकलौता मामला नही है. इससे पहले शिवपुरी जिले के भाजपा विधायक प्रीतम लोधी शिवपुरी एसपी  से जूझ चुके हैं. गुना और अशोकनगर में भी टकराव की अनेक घटनाएं हो चुकी हैं. देवास में भाजपा विधायक के बेटे के सामने पुलिस हाथ जोडे खडी रही, जबकि उसने आधी रात को एक मंदिर के दरवाजे खुलवा दिए थे.

मप्र में दरअसल प्रशासन का पूरी तरह से भगवाकरण हो चुका है. ज्यादातर कलेक्टर भाजपा पदाधिकारी की तरह काम कर रहे हैं क्योंकि वे असुरक्षा भाव से घिरे हैं.  सबको पता है कि वक्त पडने पर सरकार नौकरशाही को संरक्षण नहीं देगी,उल्टे उनका तबादला और कर दिया जाएगा.नौकरशाहों को अंधभक्त बनाने का श्रीगणेश तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समय शुरू हुआ था. इस परंपरा को उपयोगी मानकर आज के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी इसे आगे बढा रहे हैं.

आपको बता दूं कि मध्य प्रदेश में आईएएस के कुल स्वीकृत पद 459 हैं।इनमें से 393 अधिकारी वर्तमान में सेवा में हैं,  66 पद रिक्त हैं।

@ राकेश अचल

बुधवार, 27 अगस्त 2025

अमेरिकी टैरिफ वार का श्रीगणेश, बचाव स्वदेशी से होगा?


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से लगाया गया 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क  का श्रीगणेश आज बुधवार  से लागू हो रहा है। आज से ही देश में श्रीगणेशोत्सव भी आरंभ हो रहा है. भारत अमेरिका के इस आर्थिक हमले का मुकाबला स्वदेशी के नारे के साथ करने जा रहा है. इस हिसाब से ये भारत के लिए इस दशक की कहिए या मोदी युग की शायद पहली और आखिरी अग्नि परीक्षा है.

 आपको बता दूं कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी के प्रिय मित्र अमेरिका  के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गया कुल टैरिफ 50 फीसदी पर पहुंच गया है, जो दुनिया में किसी भी देश की तुलना में सबसे ज्यादा है।  यह टैरिफ भारत के लगभग 48 अरब डॉलर के निर्यात को प्रभावित करेगा।  अब इसका सबसे ज्यादा असर कपड़ा क्षेत्र पर नजर आ रहा है।  ताजा खबर है कि देश के कई बड़े शहरों में कपड़ा उत्पादन रोक दिया गया है।

 मोदीजी के मित्र ट्रंप साहब अचानक मोदीजी और भारत के शत्रु कैसे बन गए ये हकीकत केवल मोदीजी और डोनाल्ड ट्रंप साहब जानते हैं.ट्रंप ने भारत पर शुरुआत में 25 प्रतिशत शुल्क लगाया था और साथ ही रूसी तेल खरीदने को लेकर जुर्माना भी थोपा था। खास बात है कि भारत के अलावा सिर्फ ब्राजील ही है, जिसपर इतना भारी टैरिफ लगाया गया है।भारत और ब्राजील उस ब्रिक्स के संस्थापक सदस्य हैं जो अमेरिका की आंख की किरकिरी बना हुआ है.

 फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन्स के अध्यक्ष एससी राल्हान के मुताबिक , 'बढ़ती लागत प्रतिस्पर्धा के बीच कपड़ा उत्पादकों ने तिरुपुर, नोएडा और सूरत में उत्पादन रोक दिया है। यह क्षेत्र वियतनाम और बांग्लादेश के कम लागत वाले प्रतिद्वंदियों के सामने पिछड़ रहा है। कपडा उद्योग के बाद सबसे बडा संकट सीफूड पर है. सीफूड में खासतौर से झींगा है.अब जब अमेरिका ही भारतीय सीफूड एक्सपोर्ट का करीब 40 फीसदी हिस्सा लेता है तो भंडार में कमी, सप्लाई चेन में परेशानी और किसानों की तकलीफ जैसे कई जोखिम और बढ़ गए हैं।'

अमेरिका के टैरिफ हमले के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्राजील की तरह विरोध का एक शब्द न संसद में बोला और न संसद के बाहर लेकिन राल्हान जैसे लोग बोल उठे हैं. राल्हान ने कहा कि 50 फीसदी टैरिफ से अपने सबसे बड़े निर्यात बाजार में भारतीय सामान पर गंभीर असर होगा। उन्होंने कहा कि इसके चलते अमेरिका जाने वाले भारतीय सामान को भी भारी झटका लग सकता है। उन्होंने कहा कि चीन, वियतनाम, कंबोडिया, फिलिपींस और दक्षिण पूर्व और दक्षिण एशियाई देशों की तुलना में भारतीय सामान प्रतिस्पर्धा से बाहर हो गया है।

राल्हान ही नहीं बल्कि कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री ने कहा है कि कपड़ा उत्पादक सरकार की तरफ से राहत मिलने की राह देख रहे हैं। सीआईटीआई अध्यक्ष राकेश मेहरा ने कहा, 'सरकार इंडस्ट्री से बात कर रही है कि कैसे वह इस समय हमारी मदद कर सकती है, लेकिन हालात की गंभीरता के मद्देनजर हम चाहते हैं कि वित्तीय मदद के जरिए मजबूत समर्थ मिले और कच्चे सामान की उपलब्धता के मामले में नीति स्तर पर जल्द फैसले लिए जाएं।'

खबर है कि भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करने सहित व्यापार और निवेश, महत्वपूर्ण खनिजों और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की है। ‘टू प्लस टू’ अंतरसत्रीय वार्ता के ढांचे के तहत सोमवार को डिजिटल तरीके से हुई वार्ता व्यापार और शुल्क पर ट्रंप प्रशासन की नीतियों को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव की पृष्ठभूमि में हुई. लेकिन अभी तक अमेरिका पिघला नहीं है.

जिस दिन भारतीय उत्पादों पर अमेरिकी सरकार की तरफ 50 फीसद का अतिरिक्त टैक्स लगने वाला है, उस दिन पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर स्वदेशी और मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने की जोरदार वकालत की है। लेकिन उन्होने ये नहीं बताया कि भारत ने अमेरिका की हेंकडी से निबटने के लिए क्या तैयारी की है. आपको बता दें कि भारत की विदेशनीति का हिंदूकरण करने के फेर में हमारी सरकार गच्चा खा गई और अब प्रधानमंत्री आक्रामक होने के बजाय बचाव की मुद्रा में चीन और रूस की बैशाखियां लगाकर खडे रहने की कोशिश कर रहे हैं. माननीय मोदी जी की ये कोशिश अमेरिका के लिए आग में घी का काम कर रहीं है. इससे संकट कम होने के बजाय और बढने की आशंका है.

पूरा देश मोदीजी की नाकामियों के बावजूद संकट की इस घडी में मोदी जी के स्वदेशी के मंत्र का जाप करना चाहता है लेकिन भारत के बाजार तो चीनी उत्पादों से अटे पडे हैं. स्वदेशी के लिए बाजार में जगह ही कहाँ बची है. भगवान गणेश जी ही अब देश को अमेरिका के इस प्रतिबंधात्मक हमले से बचा सकते हैं.

मजे की बात ये है कि ट्रंप अभी भी मोदी जी के मुरीद हैं.समाचार एजेंसी एएनआई की तरफ जारी वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में रक्षा मंत्री पीट हेक्सेथ के साथ बैठे दिख रहे ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘शानदार व्यक्ति’ बताते हुए कहा कि उन्होंने उन्हें फोन कर साफ शब्दों में कहा था कि अगर हालात नहीं सुधरे तो अमेरिका भारत पर ट्रेड बैन और भारी टैरिफ लगाएगा.

@ राकेश अचल

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