कृषि महाविद्यालय में व्यवहारिक कौशल विकास पर कार्यशाला
ग्वालियर। जब परिवर्तन होता है तो नई चुनौतियां सामने आती हैं। इन चुनौतियों का सामना तभी कर सकते हैं जब आपमें तकनीकी कौशलों के साथ व्यवहारिक कौशलों का विकास हो, इसलिए जरुरी है कि आप सब विभिन्न प्रकार की व्यवहारिक दक्षताओं का विकास स्वयं में करें।
कृषि महाविद्यालय में उद्यमिता के लिए व्यवहारिक कौशल विकास पर जागरुकता कार्यशाला में यह बात अधिष्ठाता कृषि संकाय डाॅ. मृदुला बिल्लौरे ने कही। उन्होंने कहा कि परिवर्तन तेजी से हो रहे हैं उनका सामना कैसे करें यह जानकारी इस कार्यशाला में बतायी जा रही है।
अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डाॅ. जे. पी. दीक्षित ने कहा कि नेशनल एग्रीकल्चरल हायर एजुकेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत इस कार्यशाला से विद्यार्थियों में उद्यमिता के लिए आवश्यक गुणों का विकास होगा। कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में ईडीआईआई भोपाल के डाॅ. हनीफ मोहम्मद मेवाती , डाॅ. प्रसन्नजीत आदि विशेषज्ञों ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर संचालन डाॅ. डी. के. पालीवाल ने किया एवं आभार डाॅ. अखिलेश सिंह ने जताया।
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