पर्यटकों की सुरक्षा के मसले पर सरकार गंभीर : प्रहलाद पटेल

राज्य सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाएं
ग्वालियर। केन्द्र सरकार देशभर में पर्यटकों की सुरक्षा के मामले में बेहद गंभीर है। इस संदर्भ में राज्यों से भी कहा गया है कि वह पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाएं। उक्त जानकारी आज केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने दी। 
आज ग्वालियर प्रवास पर पत्रकारों से चर्चा में केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल का कहना था कि पर्यटकों की सुरक्षा एक बडा मुददा है, लेकिन सुरक्षा राज्यों का विषय है इसलिये राज्य सरकारों को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिये। पटेल ने कहा कि पर्यटकों के मामले में केन्द्र सरकार हर दृष्टिकोण पर विचार कर रही है। इस मामले में हमने राज्यों के पर्यटन मंत्रियों से भी बात की है, और सभी से हमारा कहना है कि केन्द्र पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के मसले पर राज्यों को हर संभव मदद देगा। 
केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री ने यह भी कि अब देश में पर्यटन स्थलों पर विभिन्न विदेशी भाषाओं में भी साइन बोर्ड लगाने की कोशिश हो रही है। इससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को अपनी भाषा में पर्यटन स्थल की सही और विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। पटेल ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय इस दिशा में काम कर रहा है। अभी नालंदा विश्वविद्यालय से ६० ऐसे छात्रों का बैच भी निकला है जो चीनी भाषा में पारंगत हैं। हमें अन्य देशों की भाषाओं के प्रशिक्षित लोगों के बैच भी तैयार करने होंगे। 
पटेल ने कहा कि विदेशी और घरेलू टूरिस्ट तक किसी भी पुरातत्व स्मारक की सही जानकारी पहुंचे, इसके लिए पर्यटन मंत्रालय  ने टूरिस्ट गाइड की गुणवत्ता में सुधार की कई योजनाएं बनाई हैं। इसके साथ कस्बों के 12वीं पास युवक भी एक ऑनलाइन कोर्स करके गाइड बन सकेंगे। उनकी गुणवत्ता को सही रखने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमैंट काम करेगा। 
पटेल ने कहा कि  देश में आने वाले समय में इसका और ज्यादा विस्तार होगा। चूंकि हर स्मारकों पर प्रशिक्षित गाइड नहीं है और कई बार टूरिस्ट गांवों और छोटे स्थानों के स्मारकों को देखने भी जाते हैं। इन स्मारकों के बारे में सही जानकारी टूरिस्ट को मिल सके, इसके लिए उनका मंत्रालय एक ऑनलाइन कोर्स के माध्यम से 12वीं पास युवकों गाइड बनाएगा। इन गाइडों को अपने को और ज्यादा प्रशिक्षित करने के लिये उन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमैंट जैसे संस्थानों से संपर्क करना होगा। इससे बहुत ज्यादा युवकों को एक रोजगार भी मिल सकेगा। 
इस अवसर पर आईआईटीटीएम के निदेशक आलोक शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। 


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