ग्वालियर। संत गाड़गे की 144वीं जयंती के अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उनकी प्रतिमा एवं चित्र पर माल्यार्पण किया। साथ ही उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया। वहीं रजक समाज ने इस अवसर पर भंडारे का आयोजन भी किया।
संत गाड़गे (बाबा) की 144वीं जयंती पर वार्ड क्रमांक 23 स्थित कबीर कॉलोनी सुरेश नगर में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके साथ ही रजक समाज ने भंडारे का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पार्षद सतीश सिकरवार, मीना शिवराम जाटव, पुरुषोत्तम टमोटिया आदि ने संत गाड़गे की जयंती पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर डॉ.सतीश सिकरवार ने कहा कि संत किसी जाति विशेष का नहीं होता है। हमें संतों द्वारा बताए गए विचारों का अनुशरण करना चाहिए। संत गाड़गे ने कहा कि अगर शिक्षा हासिल करने के लिए खाने की थाली भी बेचना पड़े तो उसे बेच दो। क्योंकि रोटी हाथ में लेकर खा सकते हो, लेकिन शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। इस अवसर पर प्रमोद जैन, सुनील रामपुरिया, हिमांशु कीकन आदि उपस्थित थे।
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