जेयू में शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय काॅन्फ्रेंस में आए वक्ताओं ने कहा
ग्वालियर। तकनीकी के बढ़ते उपयोग के कारण लाइब्रेरी की भूमिका में भी परिवर्तन आया है। अब हर जानकारी एक क्लिक पर आपकी स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाती है। इसके बावजूद हमें तकनीकी और बुक्स के बीच बैलेंस बनाने की जरूरत है। इसके लिए कुछ समय कंप्यूटर, लैपटाॅप, मोबाइल जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करने से बचें और कुछ टाइम बुक्स के लिए भी दें।
यह बात पंजाब यूनिवर्सिटी से आईं डाॅ. प्रीति महाजन ने कही। वह जीवाजी यूनिवर्सिटी की पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान अध्ययनशाला द्वारा ‘ एकेडमिक लाइब्रेरीजः लेटेस्ट ट्रेंड्स, चैलेंजेज एंड अपाॅच्र्युनिटीज’ (शैक्षणिक पुस्तकालयः नवीनतम रूझान, चुनौतियां और अवसर) विषय पर अंतरराष्ट्रीय काॅन्फ्रेंसकेदूसरे दिन बतौर एक्सपर्ट बोल रही थीं। इस दौरान एक्सपट्र्स ने पाॅवर प्वाॅइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से भी विषय से भी जानकारी दी। इस अवसर पर लाइब्रेरी साइंस के हेड प्रो. हेमंत शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डाॅ. केशव सिंह गुर्जर सहित कई लोग मौजूद रहे।
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