नई दिल्ली। निर्भया के साथ दरिंदगी के दोषियों को नए डेथ वॉरंट के आधार पर 3 मार्च को फांसी दी जानी है। फांसी से पहले तिहाड़ जेल प्रशासन ने 4 दोषियों को अंतिम बार परिजनों से मुलाकात के बारे में पत्र लिखा है। जेल प्रशासन ने 2 दोषियों पवन और मुकेश को जानकारी दी है कि वे पहले ही अपने परिजनों से मिल चुके हैं।
दोनों ने पिछली बार 1 फरवरी को प्रस्तावित फांसी से पहले अपने परिजनों से मुलाकात की थी, हालांकि बाद में फांसी टल गई थी। अब बाकी बचे 2 दोषियों अक्षय और विनय से जेल प्रशासन ने परिजनों से अंतिम मुलाकात के लिए दिन और समय बताने को कहा है। तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने निर्भया केस के चारों दोषियों को फांसी से पहले परिजनों से आखिरी मुलाकात को लेकर पत्र लिखा है। मुकेश और पवन को बताया गया है कि वे 1 फरवरी को फांसी वाले डेथ वॉरंट से पहले ही अपने परिजनों से मिल चुके हैं। अब अक्षय और विनय से पूछा गया है कि वे कब अपने परिजनों से मिलना चाहते हैं।
गौरतलब है कि नियमों के मुताबिक किसी भी दोषी को उसकी इच्छानुसार फांसी से पहले आखिरी बार परिजनों से मुलाकात करने का मौका दिया जाता है। पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग दांव-पेंच का इस्तेमाल कर निर्भया के चारो दोषी कई बार अपनी फांसी टलवा चुके हैं। दिल्ली की एक कोर्ट ने हाल ही में दोषियों को लिए नया डेथ वॉरंट जारी किया है। चारों दोषियों में से तीन ने फांसी टालने के लिए सारे कानूनी दांव-पेच आजमा लिए हैं। केवल पवन के पास क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने का विकल्प है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि 3 मार्च को सुबह छह बजे चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा।
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