ग्वालियर । सकल दिगंबर जैन समाज एवं श्वेतांबर जैन समाज अपने आराध्य भगवान महावीर की जयंती धूमधाम से मनाता आया है, लेकिन इस दफा कोरोना संकट के चलते सभी जैन धर्मवलंबियों ने न केवल लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन किया, बल्कि घरों में रहकर ही भगवान महावीर का जन्म कल्याणक उत्सव मनाया। जैन धर्म के राष्ट्र संत श्रमण मुनि विहर्ष सागर के आह्वान पर जैन धर्मावलंबियों ने जैन मंदिरों में जाने से परहेज किया।
घरों कीछतों पर खड़े होकर की शंख ध्वनिः
मुनिश्री के आग्रह पर आज जैन धर्मावलंबियों ने अपने घरों की छतों पर बॉलकनी में दरवाजों पर खड़े होकर शंख, घंटा, थाली बजाकर मंगल ध्वनि का नाद किया और कोरोना संकट से मुक्ति की कामना की। पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र एवं महिलाओं ने केशरिया वस्त्र धारण कर पांच मिनट तक सुबह 8 बजे यह उपक्रम किया। इससे पूर्व कल रात 9 बजे जैन धर्मावलंबियों ने दीपक भी जलाए और भगवान महावीर के जयकारे लगाए। जैन मंदिरों में भी जिन पुजारियों ने भगवान महावीर का अभिषेक एवं पूजनकर नमोकरण मंत्र का जाप किया।
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