ग्वालियर। देश भर में फैले कोरोना संकट के कारण इस बार रामनवमी के मौके पर ग्वालियर के प्राचीन राम मंदिर में सादगी से भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया. आम दर्शनार्थियों के लिए मंदिर बंद था हालांकि लोग भी भीड़ न जमें, इसलिए मंदिर के बाहर से ही प्रभू श्री राम के दर्शन कर के जाते रहे. जन्मोत्सव में केवल मंदिर के पुजारी मौजूद रहे, इस दौरान श्रीराम की महाआरती के साथ अभिषेक कर उनकी पूजा-अर्चना की गई.
आज पुनरवसु नक्षत्र के साथ-साथ सवार्थ सिद्धि, रवि एवं अमृत योग भी है, सो रामजी का जन्मोत्सव विशेष फलदायी हो गया है। दोपहर 11:10 बजे से 1.40 के बी शुभ मुहूर्त में 'भये प्रकट कृपाला दीनदयाला...कौशल्या हितकारी' जैसे मंगल गान के साथ घरों और मंदिरों में रामनवमी मनाई गई। शहर के फालका बाजार स्थित राममंदिर, आबा महाराज के मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, बड़ी गंगादास की शाला स्थित रामजानकी मंदिर में रामनवमी का त्यौहार श्रद्धाभक्ति के साथ मनाया गया। यहां धार्मिक अनुष्ठान किए गए। रामजी की स्तुति गाई गई।
पूजा के बाद घर-घर हुए कन्याभोज
श्रीराम नवमी के साथ ही आज नवरात्रि का समापन हो गया। इस अवसर पर हिन्दू धर्मावलंबियों ने अपने-अपने घरों पर कन्याओं को देवी के रूप में पूजते हुए कन्या भोजन कराए।हालांकि कोरोना संकट के चलते अनेक स्थानों पर कन्याओं को भोजन नहीं कराया जा सका, ऐसे में श्रद्धालुओं ने दान दक्षिणा देकर नवरात्रि का समापन किया।
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