घरों में रहकर विशेष प्रार्थना कर किया प्रभु यीशु को याद
ग्वालियर । ईसाई समाज आज गुड फ्राइडे का पवित्र पर्व मना रहा है। ईसाई धर्म को मानने वालों का एक प्रमुख त्योहार है. ईसाई धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन ही प्रभु यीशु ने मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी थी।इस दिन ईसाई धर्म के अनुयायी चर्च जाकर प्रभु यीशु को याद करते हैं। हालांकि इस बार कोरोनावायरस के चलते देश भर सहित शहर में टोटल लॉकडाउन है. ऐसे में चर्च में होने वाले गुड फ्राइडे के सभी कार्यक्रमों को पहले ही रद्द किया जा चुका है।हालांकि लोग चर्चजाकर प्रार्थना सभा में शामिल नहीं हो पाएंगे लेकिन अपनेअपने घरों में रहकर ही प्रभु यीशु को याद कर यह त्योहार मना रहे हैं। गुड फ्राइडे की तैयारी प्रार्थना और उपवास के रूप में 40 दिन पहले ही शुरू हो जाती है। इस दौरान शाकाहारी और सात्विक भोजन पर जोर दिया जाता है.वैसे तो गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले अनुयायी गिरजाघर जाकर प्रभु यीशु को याद करते हैं। इस दिन भक्त उपवास के साथ प्रार्थना और मनन करते हैं। चर्च और घरों से सजावट की वस्तुएं हटा ली जाती हैं या उन्हें कपडे से ढंक दिया जाता है। गुड फ्राइडे के दिन ईसा के अंतिम सात वाक्यों की विशेष व्याख्या की जाती है।
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