हनुमान जयंती 8 को मंदिरों में नहीं होंगे भंडारे

 ग्वालियर । बुधवार को हनुमान जी का जन्मदिन है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते कोई बड़े कार्यक्रम नहीं होंगे। मंदिरों में सिर्फ पुजारी ही पूजा करेंगे। विभिन्न मतों के अनसार हनुमान जी का प्राकट्योत्सव साल में दो बार मनाया जाता है। एक चैत्र पूर्णिमा को तो दूसरा कार्तिक कृष्ण चौदस के दिन। हनुमान जी श्रीराम के परम भक्त हैं। तभी तो आज भी जहां कहीं भी श्रीराम कथा या राम नाम का प्रचार हो रहा होता है, वे वहां किसी ने किसी रुप में पहुंच जाते हैं। वह चिरंजीवी हैं, माता सीता ने उन्हें अमरता का वरदान दिया था। बजरंगबली का जन्म मंगलवार के दिन हुआ था। तभी तो मंगल के दिन हनुमान मंदिरों में भक्तों की तांता लगा रहता है। कहा जाता है की बजरंगबली की पूजा शाम को 5 बजे के बाद करनी चाहिए क्योंकि वे सुबह श्रीराम की उपासना में व्यस्त होते हैं। उनकी अराधना में किसी प्रकार की कोई अड़चन न आए इसलिए सूर्यास्त के बाद उनकी भक्ति करें।


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