पाॅलीटेक्निक काॅलेज के अतिथि व्याख्याता परेशान, नहीं मिला मानदेय

ग्वालियर। प्रदेश मे संचालित शासकीय स्वशासी अनुदान प्राप्त पॉलीटेक्निक महाविद्यालयों मे लगभग 2000 अतिथि व्याख्याता कार्यरत हैं। जिनका भुगतान 400 रुपये प्रति कालखंड अधिकतम 12 सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से किया जाता है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते 16 मार्च से शासन के फैसले से कक्षाएं स्थगित कर दी थीं। तत्पश्चात भारत सरकार ने संपूर्ण देश में लॉक डाउन घोषित कर दिया गया। केंद्र शासन प्रशासन ने मध्यप्रदेश के विभिन्न शासकीय अशासकीय कर्मचारियों को कार्य से न हटाने एवं वेतन देने के आदेश भी दिए थे। लेकिन पॉलीटेक्निक महाविद्यालयों मे मानदेय  नहीं दिया गया है जिस कारण अतिथि व्ख्याताओं की आजीविका पर गहरा संकट आ गया है।
व्यख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश इन्दोरिय बताया किउप्राचार्यों से बात करने पर उनका कहना है कि हमारे पास तकनीकी शिक्षा विभाग शासन से ऐसा कोई आदेश नहीं है। जिससे अतिथि व्याख्याताओं का भुगतान किया जा सके। इस कारण मध्यप्रदेश के समस्त पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याता आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और परिवार का भरण पोषण कर पाना मुश्किल हो गया है।जिससे मध्यप्रदेश के सभी पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याताओं की स्थिति काफी दयनीय है।


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