पंचायत का फरमान, न ग्रामीण शहर जाएं, न शहरी गांव में आएं

श्योपुर । कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मेवाती समाज ने अनूठी पहल की है। पंचायत ने मेवाती समाज के गांवों में रह रहे लोगों को शहर में जाने की मनाही कर दी है। इसके अलावा जो ग्रामीण शहर में रह रहे हैं वह ऐसे हालातों में फिलहाल गांव भी नहीं आएं। मेवाती समाज की पंचायत का फरमान नहीं मानने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।


कोरोना वायरस से समाज को बचाने के चिंता करते हुए समाज के अध्यक्ष अहमद भाई उर्फ एमू भाई ने मोबाइल पर ही वरिष्ठजनों से चर्चा के बाद इस बात का एलान किया कि गांव में रह रहे मेवाती समाज के लोग अनावश्यक काम से शहर नहीं आएंगे, न ही शहर के लोग रिश्तेदारी में गांव जाएंगे।


पंचायत ने शबे बारात के दौरान भी पाबंदी लगा दी थी। शबे बारात पर रिश्तेदार एक दूसरे के घर दावत पर जाते हैं दावत पर नहीं बुलाने को बुरा भी माना जाता हैं। बाकायदा मस्जिद के माइक से एलान किया गया और गांवों में रह रहे मेवाती समाज के लोगों को फोन कर जानकारी दे दी। पीपल्दी, छोटा खेड़ा, बड़ा खेड़ा आदि गांव में मेवाती समाज बड़ी संख्या में निवास करता है। इन गांवों में मेवाती समाज का आना-जाना रोज लगा रहता है। लॉकडाउन के चलते इस आने जाने पर पंचायत ने पाबंदी लगा दी है।


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