श्योपुर । इंदौर से आए युवक की स्क्रीनिंग करने श्योपुर के गसवानी कस्बे में पहुंची स्वास्थ्य और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया गया। पथराव से बचने के लिए डॉक्टर व पुलिसकर्मी इधर-उधर भागे लेकिन, सिर में पत्थर लगने से एक एएसआई घायल हो गए। श्योपुर पुलिस ने स्क्रीनिंग टीम पर हमले को लेकर एक महिला सहित चार लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा, पथराव व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज कर ली है।
गसवानी निवासी गोपाल पिता गंगाराम शिवहरे इंदौर में मजदूरी करता है। लॉकडाउन में वह एक माह से इंदौर में फंसा हुआ था। बुधवार अल सुबह वह किसी तरह गसवानी पहुंच गया। पड़ोसियों ने पंचायत को गोपाल के पहुंचने की सूचना दी। पंचायत के सहायक सचिव विश्राम आदिवासी ने सूचना स्वास्थ्य विभाग व गसवानी थाने को दी। डॉ. पवन उपाध्याय टीम लेकर गोपाल के घर पहुंचे लेकिन, उसके स्वजनों ने उसे घर में छिपा दिया और स्क्रीनिंग के लिए तैयार नहीं हुए।
डॉक्टर ने सूचना थाने में दी तो एएसआई श्रीराम अवस्थी तीन-चार आरक्षकों के साथ मौके पर पहुंच गए। घर पर पुलिस व जांच टीम को देखकर गंगाराम भड़क गया और वह अपने बेटे को घर से बाहर निकालने को राजी नहीं हुआ। पुलिस ने घर में घुसने का प्रयास किया तो गंगाराम ने एक पत्थर उठाकर फेंका जो एएसआई श्रीराम अवस्थी के सिर में लगा।
इसके बाद गंगाराम ने दो-तीन पत्थर और फेंके जो एएसआई के पैरों में लगे। मौके का फायदा उठाकर स्वजनों ने गोपाल को घर से भगा दिया। गसवानी थाना प्रभारी बृजमोहन रावत ने बताया कि गंगाराम, उसकी पत्नी राधाबाई, बेटा गोपाल व आशीष के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।पुलिस ने गंगाराम व आशीष को गिरफ्तार कर लिया जबकि राधाबाई व गोपाल घर से भाग गए।
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