नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बीच दिल्ली पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। पिछले डेढ़ महीने के अंदर दिल्ली एनसीआर में मध्यम से तीव्रता वाले 10 भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ये इस बात का संकेत है कि भविष्य में देश की राजधानी दिल्ली में एक बड़ा भूकंप आ सकता है। इसकी चेतावनी _देश के शीर्ष भूवैज्ञानिकों में से एक ने दी है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एक संस्था के प्रमुख ने कहा, हम समय, स्थान या सटीक पैमाने का अनुमान नहीं लगा सकते हैं, लेकिन यह मानते हैं कि एनसीआर क्षेत्र में लगातार भूकंपीय गतिविधि चल रही है जो दिल्ली में एक बड़े भूकंप का कारण बन सकती है। दुर्भाग्य से, दिल्ली उच्च जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्रों के अंतर्गत आता है और इसके सीमावर्ती शहरों में हाई राइज निजी भवनों का निर्माण किया है, उनमें से बहुत कम ने भूकंप प्रतिरोधी निर्माण के लिए निर्धारित ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) के अनिवार्य दिशा निर्देशों का पालन किया है। यदि दिल्ली-एनसीआर में 5.5 या 6.0 की तीव्रता वाला भूकंप आता है तो क्या होगा इसका जवाब देते हुए भूकंप इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ ने कहा, 29 मई शुक्रवार को दिल्ली में भूकंप के दो झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता 4.5 थी लेकिन यदि यह थोड़ा और अधिक तीव्र होता तो इसके प्रभाव गंभीर हो सकते थे। रिक्टर पैमाने पर दिल्ली में 6.0 के भूकंप का प्रभाव विनाशकारी होगा। कई इमारतें धूल से पट जाएंगी।
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