हिंदुस्तान मजबूत स्थिति में, PAK की कमजोर नीतियां जिम्मेदार सैयद सलाहुद्दीन


 


अपने कमांडर रियाज नायकू के ढेर होने से हिज्बुल मुजाहिद्दीन का चीफ सैयद सलाहुद्दीन बौखलाया हुआ है. दो दिन पहले चिंगारी भड़काने की धमकी देने वाले सैयद सलाहुद्दीन ने अब अपने आतंकी रियाजू नायकू की सराहना की है. वह पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक सभा में रियाज नायकू की तारीफ करने का एक ऑडिया जारी किया. साथ ही उसने हंदवाड़ा मुठभेड़ को लेकर भी बात की है. बता दें कि जम्मू और कश्मीर के हंदवाड़ा में हुए एक मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और 3 जवान शहीद हो गए थे.





हालांकि, सैयद सलाहुद्दीन ने इस दौरान ये भी माना है कि मौजूदा समय में भारत मजबूत स्थिति में है. इसका कारण पाकिस्तान की कमजोर नीतियां हैं. इससे पहले सैयद सलाहुद्दीन ने कहा था कि रियाज नायकू का बलिदान उन्हें उस मिशन को हासिल करने में मदद करेगा जिसे उसने अपना लक्ष्य बनाया है. सैयद सलाहुद्दीन ने कहा कि कश्मीर मुद्दा एक चिंगारी है जो पूरे क्षेत्र में आग लगा सकती है.


हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को बीते दिनों को जम्मू और कश्मीर के बेघपोरा में एक ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. सुरक्षा बलों को रियाज नायकू के पुलवामा के बेघपोरा आने की खुफिया सूचना मिली थी. वह यहां अपने परिवार वालों से मिलने आया था और एक घर में छिपा हुआ था. इसके बाद सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन चलाया था और बुधवार को नायकू समेत दो आतंकियों को ढेर कर दिया था.


नायकू पहले गणित का शिक्षक था, लेकिन बाद में आतंक की राह पर चल पड़ा था. वह साल 2012 में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था. बाद में वह हिज्बुल का कमांडर बन गया था. उस पर कश्मीर घाटी में कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने के आरोप हैं.


सैयद मोहम्मद यूसुफ शाह को सैयद सलाहुद्दीन के नाम से ही जाना जाता है. उसका मकसद कश्मीर को आजाद कराना है. वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया है. साल 2017 में अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उसे विशेष नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था. सलाउद्दीन अपने अपने परिवार में सातवीं संतान है. पहले उसने मेडिसिन की पढ़ाई की लेकिन वह सिविल सर्विस में जाना चाहता था. बाद में उसका रुझान जमात-ए-इस्लामी संगठन की तरफ हो गया और वह उस संगठन के लिए कश्मीर में काम करने लगा.


 


बाद में 1987 में उसने श्रीनगर की अमीराकदल विधान सभा सीट से चुनाव लड़ा. लेकिन मतगणना के दौरान वह जीत रहा था लेकिन उसी वक्त उस पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे और उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. उसके गिरफ्तार हो जाने के बाद वहां जमकर हंगामा हुआ. उसके बाद सलाहुद्दीन को धमकियां दिए जाने की बात सामने आई. लेकिन जेल से छूटकर आने के बाद उसने ऐलान किया कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए बंदूक का सहारा लेना ही सही होगा.






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