ग्वालियर। इस बार गंगा दशहरा हस्त नक्षत्र सोमवार जेष्ठ शुक्ल पक्ष दशमी तिथि 1 जून को है। हस्त नक्षत्र पूरे दिन रात्रि 01.02 बजे तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य हुकुमचंद जैन ने यह जानकारी देते हुए कहा कि जेष्ठ शुक्ल पक्ष दशमी के दिन हस्ता नक्षत्र में गंगा जी का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। इस दिन श्रद्धालु अपने पापों के प्रायश्चित के लिए पवित्र स्थानों पर गंगा जी मे वाराणसी, ऋषिकेश, प्रयागराज आदि स्थानों पर पवित्र नदियों में सैकड़ो, हजारों की संख्या में पहुँचकर स्नान,दान करते हैं।
पर इस बार लाॅकडाउन होने की वजह से और आवागमन के साधन बंद रहने से अपने घर पर ही स्नान के जल में गंगाजल मिलाकर गंगा मां का ध्यान करते हुए स्नान करेंगे और गंगा मां का ध्यान करते हुए घरो में ही पूजा आदि करेंगे
जैन ने कहा की हर वर्ष पवित्र नदी पर पहुंच कर गंगा जी मे स्नान कर फूल,अक्षत,रोली सुपारी, मिठाई आदि से गंगा मां का पूजन करते थे शाम को आरती भी करते और अपने पूर्व जन्मों के 10 पापों को नाशने के लिए प्रायश्चित, मांगते,प्रार्थना करते है।
ऐसा कहा जाता है कि व्यक्ति इस दिन स्नान, व्रत रखकर दान, पुण्य के कार्य करें तो वह अपने पूर्व जन्म कृत 10 पापों से मुक्त हो जाता है और उसके पूर्वज भी प्रसन्न होते हैं इसलिए इसे दशहरा के नाम से जाना जाता है।
गंगा में पूरी श्रद्धा भक्ति से स्नान करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है ऐसा धार्मिक शास्त्रों में उल्लेख है इस दिन दान के रूप में शीतल जल, पंखा फल रस पदार्थ, मिट्टी का मटका एवं सत्तू दान करने का विशेष महत्व कहा गया है।
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