जैसलमेर में 75 सौ प्रवासियों में से 25 सौ के लिए सैंपल लगातार चौथे दिन भी पॉजिटिव केस नहीं

जैसलमेर।  जिले के लिए अब कोरोना का खतरा टल रहा है। जहां कुछ दिन पूर्व प्रवासियों के चलते कोरोना मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हुआ था वहीं कुछ ही दिनों में यह थमता भी नजर आ रहा है। जैसलमेर के लिए राहत की खबर यह है कि यहां आने वाले प्रवासियों की संख्या ज्यादा नहीं है। जबकि दूसरे शहरों में यह आंकड़ा बहुत ज्यादा है। एक तरफ जालोर, सिरोही, पाली, सीकर, डूंगरपुर, राजसमंद सहित कई जिलों में 100 से भी अधिक प्रवासी पॉजिटिव आ चुके हैं वहीं जैसलमेर में 31 प्रवासी ही अब तक पॉजिटिव आए हैं। 
गौरतलब है कि पहले पोकरण में तब्लीगी जमात के चलते कोरोना संक्रमण फैला और 35 कोरोना मरीज सामने आए। उसके बाद यह सिलसिला थम गया। इसके बाद जैसलमेर में प्रवासियों के चलते कोरोना के मरीज सामने आने शुरू हुए। अब तक 31 प्रवासी व एक एएनएम व एक उसका रिश्तेदार यानी 33 मरीज सामने आए। अब यह सिलसिला भी थमता नजर आ रहा है। 
जैसलमेर में 11 मई को पहला प्रवासी पॉजिटिव निकला था। उसके बाद धीरे धीरे प्रवासियों में से पॉजिटिव निकलने लगे और 24 मई तक 31 प्रवासी पॉजिटिव निकले। 24 मई को आखिरी चार केस सामने आए थे और उसके बाद अभी तक चार दिन बीत चुके हैं और एक भी केस नहीं आया। रोजाना सभी सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। जिले में अब तक 68 कोरोना मरीज सामने आए है इनमें से 44 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब केवल 24 मरीज ही भर्ती है। हालांकि सभी मरीज असिमटोमेटिक है। ऐसे में इनके भी जल्द ही डिस्चार्ज होने की उम्मीद है। 24 केस में से 18 केस जैसलमेर के माहेश्वरी अस्पताल में भर्ती है।
2500 से अधिक प्रवासियों के सैंपल लिए जा चुके हैं 
जिले में अब तक 7 हजार 500 प्रवासी आए हैं और शुरुआत में केवल 10 प्रतिशत की सैंपलिंग रैंडमली करने की याेजना थी, लेकिन पॉजिटिव केस आने से सैंपलिंग बढ़ा दी गई और 2500 से ज्यादा प्रवासियों के सैंपल लिए जा चुके हैं। अब प्रवासियों में कुछ लोग ही बचे हैं जिनकी सैंपलिंग करना शेष है। अधिक से अधिक सैंपल लिए जाने की वजह से ही जैसलमेर अब सुरक्षित नजर आने लगा है। गौरतलब है कि जैसलमेर जिला सैंपल लेने में प्रदेश में टॉप 5 में शामिल है।


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