खुदकुशी करने वाली अभिनेत्री प्रेक्षा मेहता के पिता बोले- लॉकडाउन से परेशान थी बेटी

कई टीवी शो में छोटी-छोटी भूमिकाएं करने वाली अभिनेत्री प्रेक्षा मेहता ने आखिरकार 25 साल की छोटी उम्र में खु्दकुशी क्यों कर ली? आखिर क्यों उन्होंने अपने आखिरी पोस्ट में लिखा कि सबसे बुरा होता है सपनों का टूट जाना. आखिर क्या वजह थी जो उसने फांसी लगाकर जिंदगी का खात्मा कर लिया? आत्महत्या करने वाले किसी भी शख्स से जुड़े ऐसे तमाम सवालों के जवाब इतने आसान नहीं होते हैं.


 रवींद्र मेहता ने कहा, "लॉकडाउन के चलते शूटिंग बंद होने से प्रेक्षा काफी बैचेन रहा करती थी. वो इस बात को लेकर बेहद परेशान थी कि मुंबई में बार-बार लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा रही है और ऐसे में शूटिंग होने की कोई संभावना प्रेक्षा को नजर नहीं आ रही थी. उसे यूं खाली बैठना कतई पसंद नहीं था."


रवींद्र मेहता ने कहा, "प्रेक्षा जब कभी लॉकडाउन के बढ़ने के बारे में बातें करती तो मैं उसे अक्सर समझाया करता था कि वो इस बारे में ज्यादा नहीं सोचे. लॉकडाउन तो आखिर सबके लिए है और पूरी दुनिया इससे परेशान है. हमें इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि वो एक दिन इस तरह का कदम उठा लेगी


लॉकडाउन में पैसों की तंगी की बात से इनकार करते हुए रवींद्र मेहता ने बताया, "खुदकुशी वाली रात को तकरीबन 11 बजे तक हम सबने बैठकर बात की और तब उसकी बातों में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं महसूस की. रात 11 बजे वह ऊपर छत वाले कमरे में सोने चली गई थी. हम सभी सुबह जल्दी उठकर अक्सर थोड़ी कसरत किया करते हैं. ऐसे में प्रेक्षा की मम्मी उसे उठाने के लिए जब उसके कमरे में गई तो उसने देखा कि कमरे की लाइट जली हुई है. मां के दरवाजा खटखटाने पर भी जब प्रेक्षा ने दरवाजा नहीं खोला तो उसने बाहर से खिड़की खोली तो देखा प्रेक्षा ने कमरे में फांसी के फंदे से झूल रही है."


प्रेक्षा के फांसी लगाने के बाद उनके कमरे से एक सुइसाइड नोट भी मिला, जिसमें लिखा था, "मेरे टूटे हुए सपनों ने मेरे कॉन्फिडेंस का दम तोड़ दिया है. मैं मरे हुए सपनों के साथ नहीं जी सकती हूं. इस नेगेटिविटी के साथ रहना मुश्किल है. पिछले एक साल से मैंने बहुत कोशिश की. अब मैं थक गई हूं." इस खत के बारे में पूछे जाने पर प्रेक्षा के पिता ने कहा, "इसे पढ़ने के बाद हमें भी समझ नहीं आया कि आखिर प्रेक्षा ने यह सब क्यों लिखा."



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