तीन और 15 अप्रैल को गृह मंत्रालय ने बाजार को लेकर एडवाइजरी जारी करते हुए स्पष्ट किया कि कृषि उपकरणों की दुकानें खोल सकते हैं, लेकिन दिल्ली में अभी ये दुकानें खुली नहीं हैं. छोटे दुकानदार जनवरी और फरवरी में ही कृषि उपकरणों से संबंधित सारा माल भर लेते हैं, ताकि अप्रैल, मई और जून माह में बेच सकें, लेकिन लॉकडाउन की वजह से बाजार मुफलिसी से गुजर रहा है
मोरी गेट ऑटोमोटिव जनरल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष निरंजन पोद्दार का कहना है कि आखिर प्रशासन को समस्या क्या है, मार्केट की एसोसिएशन (AGTWA) द्वारा बाजार खोलने को लेकर 8 मई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के ऑफिस से जिला मजिस्ट्रेट को ईमेल भेजी गई. 12 मई को उप-मुख्यमंत्री के ऑफिस से डीओ भेजा गया, लेकिन प्रशासन की हठधर्मिता से आज तक मोरी गेट के कृषि उपकरण के व्यापारियों को दुकानें खोलने की अनुमति नहीं मिली
पूरे भारत में फसलों की कटाई और बुआई का सीजन अपने चरम पर है. ऐसे में कृषि उपकरणों और ट्रैक्टर व इसके पार्ट्स के सामान की आपूर्ति करने वाली भारत की एक मात्र मार्केट मोरी गेट के कारोबारियों ने सांकेतिक विरोध जताते हुए 18 मई को दुकानें खोलने का फैसला किया है.
ऐसा पहली बार होगा जब कारोबारी एकजुटता दिखाने के लिए शटर गिराने के बजाय खोलेंगे. दिल्ली का मोरी गेट वो बाजार है जहां से किसानी उपकरणों की सप्लाई पूरे भारत में होती है
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