शेजवलकर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने श्रमिकों का सुना दुख-दर्द
ग्वालियर। अदृश्य महामारी कोविड-19 के बीच जिंदगी की जंग लड़ रहे श्रमिक सैकडों किमी पैदल चलकर मंजिल की ओर जा रहे हैं। उन्हें न तो भूख की परवाह है और न ही प्यास की। झुलसा देने वाली भीषण गर्मी के बीच भी उनके पैर नहीं थम रहे और घर की ओर चले जा रहे हैं। चलते- चलते कई मजदूरों के पैरों से चप्पल व जूता रूपी सहारा भी छिन गया और छाले पड़ गए हैं। उसके बाद भी बिना रुके और थके ही चल रहे हैं। हाइवे पर जब सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने नंगे पैर जा रहे श्रमिकों को देखा तो वह भावुक हो गए और अपने आपको रोक नहीं पाए। उन्होंने श्रमिकों को अपने हाथों से चप्पल- जूते पहनाए और उनकी पीड़ा सुनी। भोजन-पानी व नाश्ता की व्यवस्था करने के साथ ही उन्हें गंतव्य की ओर रवाना करने के लिए प्रशासन से चर्चा की। लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात आदि मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्यों से हर दिन हाइवे से हजारों की संख्या में श्रमिक आवागमन कर रहे हैं। ऐसे श्रमिकों को भोजन, पानी, नाश्तें की व्यवस्था के साथ जो श्रमिक नंगे पैर चल रहे हैं, उन्हें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हर तरह की मदद पहुंचा रहे हैं। रविवार को सांसद विवेक नारायण शेजवलकर एवं जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी के नेतत्व में भाजपा कार्यकर्ता मालवा कॉलेज स्थित हाइवे पर पहुंचे और श्रमिकों को अपने हाथों से चरणपादुका पहनाकर उन्हें भोजन और पानी वितरित किया। इस दौरान सांसद ने कहा कि लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के लिए केन्द्र और राज्य सरकार विभिन्न माध्यमों से राहत कार्यों में जुटी हुई है। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता पारस जैन, डॉ. अरविंद राय, दीपक शर्मा, विनोद शर्मा, प्रमोद खंडेलवाल, पवन कुमार सेन आदि उपस्थित थे।
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