उत्तराखंड सरकार की कमाई का मुख्य जरिया पर्यटन है, जिस पर कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर हुआ है. लॉकडाउन के चलते पर्यटन उद्योग को 800 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
लॉकडाउन के चलते बड़े होटलों से लेकर छोटे गेस्ट हाउस और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े तमाम कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अब लॉकडाउन का असर आमजन और कारोबारियों पर भी पड़ने लगा है. होटल व्यवसाय से जुड़े कर्मचारियों की नौकरियां जानी शुरू हो गई हैं. होटल मालिकों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. कुमाऊं मंडल में होटल कारोबार से जुड़े लाखों लोगों की नौकरियां जा भी चुकी हैं.
लॉकडाउन के कारण उत्तराखंड के लोगों की आमदनी का मुख्य जरिया पर्यटन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. सूबे की आबादी का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन से ही जुड़ा है. माना जा रहा है कि इस वर्ष उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग का पूरी तरह पटरी में लौटना नामुमकिन है. इसका असर सूबे के व्यवसायों पर देखा जा रहा है. सबसे बड़ा असर होटल और टूरिज्म व्यवसाय पर है.
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