प्रदेश ने ग्वालियर को नहीं माना रेड जोन

ग्वालियर.। कोरोना वायरस के कहर के चलते वायरस से लोगों को बचाने के लिए केन्द्र के स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के आधार पर जिलों को तीन जोन, रेड, ग्रीन व आरेंज में बांटा गया है। इसमें मध्य प्रदेश के 9 जिलों को रेड जोन में चिन्हित किया गया है। इसके अलावा प्रदेश में 19 जिले औरेंज जोन और 24 जिले ग्रीन जोन में चिन्हित किए गए हैं। प्रदेश के जिन 9 जिलों को रेड जोन में शामिल गया है। इसमें ग्वालियर सहित इंदौर. भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, धार, बड़वानी, पूर्व निमाड़ (खंडवा) एवं देवास का नाम रेड बता दिया गया है।


यहां ग्वालियर को रेड जोन में गलत तरीके से बताया गया है। इसे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के वर्मा ने स्वीकार किया है। क्योंकि ग्वालियर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कुल 9 ही है। इसमें से छह ठीक होकर घर भी जा चुके हैं। इतना ही नहीं ग्वालियर में 7 अप्रैल को जिन चार मरीजों को एक साथ कोरोना संक्रमण सामने आया था, उन्हें भी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कोरोना संक्रमित नहीं माना है। इस हिसाब से अगर देखा जाए तो ग्वालियर में सिर्फ पांच ही कोरोना पॉजीटिव मरीज सामने आए थे। इसमें से तीन का उपचार चल रहा है। जबकि अन्य अपने घर जा चुके हैकेन्द्र द्वारा जारी की गई सूची में ग्वालियर को रेड जोन में शामिल किया गया है। जबकि यहां कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या ज्यादा नहीं हैं। इसलिए गलती से ग्वालियर का नाम रेड जोन में आ गया होगा। इस संबंध में भोपाल बात की गई है


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