पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. लगातार 18वें दिन बुधवार को भी डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई, हालांकि पेट्रोल के दाम में लगातार 17 दिन की बढ़ोतरी के बाद आज पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े. ईंधन के दाम में ताबड़तोड़ बढ़ोतरी से नाराज दिल्ली के ट्रांसपोर्टर्स अब अपनी गाड़ियों की चाबियां सरकार को सरेंडर करने की योजना बना रहे हैं.
दिल्ली गुड्स एंड ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष राजिंदर कपूर ईंधन के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी से खासे नाराज हैं और उनका कहना है कि वह पहली बार परिवहन व्यवसाय में बड़ा संकट देख रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं कई सालों से ट्रांसपोर्ट बिजनेस में हूं, लेकिन पहली बार ऐसी गंभीर संकट को देख रहा हूंउन्होंने कहा कि अब तक डीजल की कीमतें आमतौर पर पेट्रोल की तुलना में 10 से 12 रुपये कम हुआ करती थीं लेकिन आज डीजल पेट्रोल की तुलना में महंगा हो गया है. यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो हम अपनी गाड़ियों की चाबी सरकार को सौंप देंगे.
डीजल से सस्ता हुआ पेट्रोल
राजिंदर कपूर कहते हैं कि दिल्ली सरकार को यह सोचना चाहिए कि जब हरियाणा और उत्तर प्रदेश में डीजल 8 रुपये प्रति लीटर सस्ता है, तो दिल्ली में इतने टैक्स का क्या मतलब है. ईंधन के दामों में बढ़ोतरी से निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में महंगाई बढ़ेगी.
पेट्रोल और डीजल के दाम पिछले 17 दिन से लगातार बढ़ रहे थे. लेकिन 18वें दिन सिर्फ डीजल के दाम बढ़े और पेट्रोल की कीमत नहीं बढ़ी. आज बुधवार को डीजल के दाम में 48 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई.
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