नई दिल्ली. देश में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर तीन लाख के पार हो गए। अब भारत दुनिया का चौथा देश है, जहां 3 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 30 जनवरी को देश में कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके 110 दिनों बाद यानी 10 मई को यह संख्या बढ़कर एक लाख हुई। फिर रफ्तार में इतनी तेजी आ गई कि अगले 25 दिनों में आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया। राहत की बात यह है कि सवा सौ करोड़ की आबादी होने के बावजूद अन्य देशों के मुकाबले भारत में कोरोना की रफ्तार काफी धीमी है।
अमेरिका में सबसे तेज 82 दिनों में तीन लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो गए थे। जबकि भारत में यह आंकड़ा 135 दिन में पहंचा। देश के लिए राहत यह भी है कि दसरे देशों के मुकाबले भारत मे स्वस्थ होने की दर काफी बेहतर है। यहां अब तक तीन लाख मरीजों में से डेढ लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वस्थ होने की दर 49.34 प्रतिशत है। मतलब हर 100 में से 49 मरीज ठीक हो रहे हैं। यूके में स्वस्थ होने की दर सबसे दुनिया में सबसे कम है। इस बीच लॉकडाउन के प्रतिबंध झेल रहे देश के तमाम राज्य अब धीरे-धीरे लॉकडाउन को खोल रहे हैं मगर अभी किसी राज्य में पूरी तरह से सुविधाएं शुरू नहीं हो पा रही हैं। विद्यालय और महाविद्यालय तो अभी किसी राज्य में नहीं खुले हैं, फिलहाल इनके अगले दो माह तक खुलने की उम्मीद भी नहीं दिख रही है।
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