इस बार अच्छी वर्षा होगी मध्यप्रदेश में कही सूखे के हालात बनेंगे-ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन 

इस बार अच्छी बरसा होगी कहीं-कहीं बाढ़ से जनहानि के संकेत मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर सूखे की स्थिति बनेगी यह कहना है ग्वालियर के सुप्रसिद्ध भविष्यवक्ता ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन का उन्होंने बताया की 21 जून को भारतीय समय अनुसार रात्रि 11: 26 बजे पर सूर्यदेव आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे इस समय आषाढ़ कृष्ण अमावस्या के बाद आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तिथि 
आजाएगी ,रविवार होगा, आद्रा रोद्र नक्षत्र, वृद्धि योग और रात्रि का समय होगा तिथि प्रतिपदा होने से यह शुभ है। घर-घर में मंगल कार्यों होंगे। रविवार होने से पशुओं में रोग ज्यादा आएगा पशु पक्षियों में अचानक कोई अज्ञात बीमारी से हानि भी हो सकती है।
रौद्र नक्षत्र होने से चोरी, डकैती, लूट ,हिंसा दुर्घटनाएं बढ़ाएंगे वृद्धि योग होने से लोग यज्ञ आदि करने में तत्पर रहेंगे। आद्रा लग्न रात्रि में 11:26 बजे कुंभ लग्न  होने से सभी मनुष्यों के लिए वर्षा अच्छी रहेगी।
जैन ने बताया इस समय लग्न कुंडली देखें तो आद्रा प्रवेश के समय सूर्य ,चंद्रमा त्रिकोण स्थान में हैं शुक्र ग्रह स्वराशिबृष में केंद्र में गुरुवर वर्गोत्तमी हैं ।यह संपूर्ण पृथ्वी के लिए वर्षा का अच्छा योग है किंतु वर्षा ऋतु में शनि ग्रह सूर्य के नक्षत्र में तथा सूर्य ग्रह  शनि का आगे समसप्तक योग भी है जो मानसून को 16 जुलाई के बाद ही विलंब के साथ सर्वत्र सक्रिय और अच्छी वर्षा के योग बनाता है जैन ने कहा पूर्वी प्रदेश, बंगाल, बिहार, आसाम, दक्षिण त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, उत्तर प्रदेश सहित तेज हवा के साथ अधिक अच्छी वर्षा के योग हैं। द्वितीऐश गुरु शनि के साथ वायु तत्व राशि में है इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश,पूर्वी बिहार भूटान, उत्तरी आसाम, पश्चिमी बिहार, मध्य बिहार, में भी अच्छी वर्षा होगी ।
तृतीयेश मंगल जली मीन राशि में है  उतरी बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, और उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश हो सकती है जिससे और बिजली गिरने से जन धन की हानि के योग हैं। चतुर्थेश शुक्र अपनी ही वृष राशि में है पश्चिमी नेपाल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश ,हिमाचल प्रदेश में अतिवृष्टि होने के योग हैं।
 पंचमेश बुध स्वयं की मिथुन राशि में सूर्य ,राहु एवं चंद्रमा के साथ है जिस पर केतु की दृष्टि है। पश्चिम  उत्तर प्रदेश, उत्तरी पंजाब, सीमांत प्रदेशों में अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है।
 षष्ठ भाव का चतुर्थ चंद्रमा पंचम स्थान में पंजाब उत्तरी, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा में भी चक्रवात के साथ अच्छी वर्षा होगी और फसल का उत्पादन अच्छा होगा।
 सप्तम भाव स्वामी सूर्य जल वायु तत्व ग्रह के साथ अग्नि तत्व राशि में होने से पश्चिमी भारत ,गुजरात, राजस्थान, दक्षिण पाकिस्तान ,पश्चिम समुद्र तटीय प्रदेशों में भीषण उमस के साथ कहीं कहीं मूसलाधार वर्षा होगी।
 अष्टमेश बुध पंचम में हैं अतः मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, उत्तरी कर्नाटक, में वर्षा सामान्य अनेक स्थानों पर सामान्य से कम वर्षा होगी कुछ स्थानों पर मध्य प्रदेश में सूखे के हालात बनेंगे ।
नवम भाव स्वामी शुक्र स्वराशि बृष में केंद्र में है ।
मध्य प्रदेश के दक्षिण भाग, महाराष्ट्र का दक्षिण भाग, गोवा, कर्नाटक केरल में असामान्य वर्षा देखने मिलेगी अनेक स्थानों पर जल प्लावन बाढ़ कुछ स्थानों पर सामान्य से कम वर्षा होगी।
 दशमेश मंगल जलीय मीन राशि में अग्नि तत्व ग्रह द्वितीय भाव में बैठा है।
 पूर्वी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु में कम वर्षा का वर्षा का अभाव रहेगा।
 एकादश भाववेश शनि ग्रह गुरु के साथ मकर राशि में खर्च स्थान में  हैं। अंडमान निकोबार, बंगाल, बांग्लादेश, उड़ीसा, दक्षिण बिहार ,में आंधी तूफान के साथ भीषण वायु वेग से अत्यधिक वर्षा बाढ़ की स्थिति रहेगी द्वादश भाव में आकाश तत्व की पूर्ण जली राशि मकर का स्वामी स्वयं की राशि में गुरु के साथ है। उत्तरी बंगाल, दक्षिणी असम, बंगलादेश, समुद्र तटीय प्रदेशों में आंधी तूफान के साथ वर्षा के योग हैं।


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