कलेक्टर ने अधिकारियों एवं बैंकर्स की बैठक में दिए निर्देश
मुद्रा लोन योजना में शिविर लगेंगे
ग्वालियर । कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैंकर्स एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 को देखते हुए शासन की विभिन्न हितग्राही एवं स्वरोजगारमूलक योजनाओं के तहत जरूरतमंदों, पात्र एवं गरीब हितग्राहियों को प्राथमिकता के आधार पर लाभान्वित करें, जिससे उनके जीवन-यापन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आए एवं सामाजिक स्तर में भी सुधार हो सके।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह शुक्रवार को जिला स्तरीय सलाहकार समिति (डीएलसीसी) एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक में शासन की प्रायोजित विभिन्न हितग्राही एवं रोजगारमूलक योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शिवम वर्मा, एलडीएम सुशील कुमार, नाबार्ड संजीव रमन सहित विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक तथा जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में केसीसी दुग्ध उत्पादक, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान लाभार्थी योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि कोविड-19 के संकट के दौर में लोगों को रोजगार व्यवसाय शुरू कराने में बैंकर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोविड-19 के तहत शासन द्वारा घोषित विशेष पैकेज में हितग्राही को प्राथमिकता के आधार पर सहायता करें। बैंकर्स “मुद्रा लोन योजना” के तहत रोजगारोन्मुखी व्यवसाय शुरू करने हेतु ऋण स्वीकृत करने हेतु शिविर आयोजित करें, जिससे पात्र एवं जरूरतमंद लाभान्वित होकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।
कलेक्टर ने सभी बैंकर्स एवं अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि गरीब एवं पात्र हितग्राही योजनाओं के लाभ से वंचित न रहें, इसके लिये अपनी सोच में बदलाव लाते हुए गरीबों के अधिक से अधिक प्रकरण बनायें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन से योजनाओं में लक्ष्य प्राप्त न होने तक गत वर्ष के लक्ष्यों के अनुरूप ही योजनाओं में गुणवत्तापूर्ण प्रकरण तैयार कर स्वीकृति हेतु बैंको को ऑनलाइन भेजे जाएं, जिससे समय पर वितरण की कार्रवाई की जा सके।
श्री सिंह ने कहा कि शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत गत पाँच वर्षों में लाभान्वित हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन भी करें। सत्यापन के दौरान यह भी देखें कि हितग्राही द्वारा ऋण का सदुपयोग किया गया है या नहीं तथा उसकी आर्थिक स्थिति में क्या सुधार आया । कलेक्टर ने कहा कि योजनाओं में प्रकरण तैयार करते समय दिव्यांग, विधवा आदि का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने सभी बैंकर्स को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण को रोकने हेतु बैंकों की शाखाओं में कोविड-19 की गाइड लाईन का पालन हो। ग्राहकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग रहे। बैंक एवं एटीएम में सेनेटाइजर रहे। कर्मचारी एवं ग्राहक मास्क का उपयोग करें।
बुधवार को दोपहर एक बजे से 2.30 बजे तक का समय स्व-सहायता समूहों के लिये रहेगा
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि एनआरएलएम की स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को बैंकों में किसी प्रकरण में परेशानी न हो। इसके लिये बैंकों की सभी शाखाओं में बुधवार को दोपहर एक बजे से दोपहर 2.30 बजे तक स्व-सहायता समूहों के क्रियाकलाप तथा उनकी समस्याओं का निराकरण के लिये निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के तहत जिले में आए प्रवासी श्रमिक जो पंजीकृत हुए हैं उन्हें उनके कौशल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराना है। साथ ही आरसेटी के माध्यम से छोटे-छोटे समूहों में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण भी देना है। जिससे बैंकों के माध्यम से लाभान्वित किया जा सके।
श्री वर्मा ने बताया कि जिला पंचायत के सहयोग से सर्व ग्वालियर एप के माध्यम से नगर में विभिन्न प्रकार की सेवायें भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों के बैंक सखी के रूप में बैंक में वीसी के रूप में सेवायें ले सकती हैं। उन्होंने स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की जानकारी दी।
बैठक में वर्ष 2019-20 में शासकीय योजनाओं के तहत प्राप्त लक्ष्यों की समीक्षा के साथ शासन की विभिन्न प्रायोजित योजनाओं के तहत केएनपी ऋण खाते एवं आरआरसी दायर खातों पर भी चर्चा की गई। बैठक में आरसेटी की प्रगति वित्तीय साक्षरता की प्रगति की समीक्षा कर जिले के सभी बैंकों के ऋण जमा अनुपात पर भी चर्चा की गई ।
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