ग्वालियर l सोमवती और हरियाली अमावस्या के साथ मनाए जाने का शुभ संयोग सोमवार को 20 साल बाद आया। श्रद्धालुओं ने नदी, तालाब और पोखर में जाकर स्नान किया और फिर पितरों को प्रसन्न करने के लिए कर्मकांड किए वहीं हरियाली अमावस्या प्रकृति को समर्पित रही।
सौभाग्यवती स्त्रियों ने आज हरियाली अमावस्या पर पति एवं पुत्र की दीर्घायु के लिए तुलसी और पीपल की परिक्रमा कर तुलसी पर सुहाग सामग्री अर्पित की। सावन माह की अमावस्या हरियाली अमावस्या के नाम से प्रसिद्ध है। खासकर महिलाओं ने आज सुबह में स्नान आदि से निवृत होकर भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी, भगवान कार्तिकेय तथा नंदी की विधिपूर्वक पूजा की। इसके बाद आम, आंवला, पीपल, वटवृक्ष एवं नीम में से किसी एक पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
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