सात साल से फरार बदमाश को पुलिस ने दबोचा,बाबा का भेष बनाकर रह रहा था मंदिर में 


ग्वालियर। सात  साल से  फरार चल रहे एक बदमाश को हजीरा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह पकड़े जाने के डर से  शहर छोडकर भाग गया था और कोरोना के दौरान लॉकडाउन में वह फिर से ग्वालियर आ गया और पुलिस से बचने के लिए बाबा का भेष बनाकर रहने लगा।लेकिन बीते रोज पुलिस ने  डकैती,हत्या के प्रयास लूट व अन्य मामलों में फरार बदमाश को मुखबिर की सूचना पर पकड लिया । फरार बदमाश पिछले कुछ दिनों से बाबा का भेष बनाकर रह रहा था। पुलिस से बचने के लिए वह घर भी नही जा रहा था क्योंकि उसे डर था कि आसपास के लोग पुलिस को सूचना न दे दे।
हजीरा थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र स्थित जती की लाइन मे रहने वाला देवेन्द्र दर्जी उर्फ देवेन्द्र सिंह चैहान ने करीब सात पहले अपने साथी भोलू उर्फ गोलू उर्फ विजय भदौरिया ,नरेन्द्र उर्फ नारू,टिंकू पंडित उर्फ रिंकू उर्फ ब्रज किशोर,गोकुल परिहार,सोनू उर्फ देवेन्द्र पाल ने गदाईपुरा में रहने वाले सुरेश राठौर कबाडी के यहां डकैती डालने की योजना बनाई थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन देवेन्द्र दर्जी पेरोल जम्प से फरार होकर मथुरा वृदावंन भाग गया था। कोरोना के कारण जारी हुए लॉक डाउन में वह फिर से ग्वालियर आ गया और पडाव पुल के नीचे मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के पास बाबा का भेष बनाकर रहने लगा । बीते रोज पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि थाना क्षेत्र का निगरानी श्ुादा बदमाश क्षेत्र में घूम रहा है । मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने देवेन्द्र दर्जी को पडाव पुल के मंदिर के पास गिरफ्तार कर लिया ।
मां से भी की मारपीट
शातिर बदमाश के बारे में बताया गया है कि वह पिछले वर्ष भी कुछ दिन के लिए घर आया था और किसी बात से झगडा करके अपनी मां हरदेवी की भी मारपीट की थी । उसके कुछ दिनों बाद वह फिर कहंी चला गया ।
पुलिस से बचने के लिए रखा बाबा का भेष
कई अपराधों में लिप्त शातिर बदमाश पुलिस से बचने के लिए ही मंदिरों पर रहकर बाबा के भेष में रहता था और धर्म न्याय की बातें करता था जिससे उस पर किसी  को शक न हो ।


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