ग्वालियर। सिंधी समाज का चालीहा महोत्सव 16 जुलाई से शुरू होकर 24 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान श्रद्धालु 40 दिन तक व्रत रहेंगे और बहराणा सजाकर नियमित पूजा करेंगे। 41वें दिन 25 अगस्त को चालीहा का समापन होगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण के भय से इस बार मंदिरों में हवन तो होंगे, लेकिन भंडारे का आयोजन नहीं किया जाएगी। इसी तरह चालीहा महोत्सव के अंत में शोभायात्रा नहीं निकाली जाएंगी। चालीहा में व्रत रखने की दो अलग-अलग परंपराएं हैं। इनमें कुछ श्रद्धालु पूरे 40 दिन व्रत रखते हैं और कुछ शुरूआत के 9 दिन व अंत के 9 दिन व्रत रखते हैं।
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