द्वि.आश्विनी कृष्ण(अधिक) पक्ष नवमी तिथि 17:53बजे तक पश्चात दशमी तिथि विक्रम संवत2077, *वीरनिर्वाण संवत 2546*
शाके 1942,हिजरीसन1442, रवि दक्षिणायन,शरद ऋतु।
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पुष्य नक्षत्र 01:18रात तक पश्चात आश्लेषा नक्षत्र सिद्धि योग तथा गर करण।
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06:17 - 07:44तक उद्वेग
07:44 - 09:12तक चंचल
09:12 - 10:39तक लाभ
10:39 - 12:07तक अमृत
12:07 - 13:34तक काल
13:34 - 15:02तकशुभ
15:02 - 16:29तक रोग
16:29 - 17:57तक उद्वेग
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समय- नक्षत्र -चरण- पाया राशि- अक्षर
07:21तक पुष्य-1-चाँदी-कर्क-हु
13:23तक पुष्य-2-चाँदी-कर्क-हे
19:22तक पुष्य-3-चाँदी-कर्क-हो
1:17रात तक पुष्य-4-चाँदी-कर्क-ड
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*दिशाशूल:-* पश्चिम में
राहूकाल:- 16:29 बजे से 17:57बजे तक।
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*ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन*
मो. 9425187186
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