भोपाल l अपने भाषणों में बार-बार शब्दों की मर्यादा लांघ रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने उनका स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया। मप्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं डबरा विधानसभा से भाजपा की प्रत्याशी श्रीमती इमरती देवी को 'आयटम' कहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री को अपने भाषणों मे बार-बार शब्दों की मर्यादा लांघ रहे थे। निर्वाचन आयोग ने 'आयटम' शब्द को आपत्तिजनक मानते हुए उन्हें पुनरावृत्ति नहीं करने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन वे नहीं माने, अंततः भाजपा की शिकायतों को आधार बनाते हुए चुनाव आयोग ने कमलनाथ को कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची से ही बाहर कर दिया। अब वे प्रत्याशियों के लिए होने वाली सभाओं में स्टार प्रचारक के रूप में भाषण नहीं दे सकेंगे।
आयोग ने कहा है कि अब से कमलनाथ ने अगर किसी भी प्रचार कार्यक्रम में हिस्सा लिया तो पूरा खर्च वह उम्मीदवार वहन करेगा जिसके विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कार्यक्रम आयोजित हो रहा होगा। चुनाव आयोग द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ता की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई हैं। वहीं भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी ने आयोग के फैसले का स्वागत किया है। जबकि हितेष वाजपेयी ने तंज कसते हुए कहा है कि और अंत में कमलनाथ खुद कानून की चक्की में बारीक पिस गए।
इस बीच कमलनाथ ने निर्वाचन आयोग के इस फैसले पर ट्वीट करते हुए कहा कि अब जनता फैसला करेगी। मेरी आवाज को रोकने, दबाने का प्रयास है। कांग्रेस की आवाज कुचलने का प्रयास है। सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं। जनता सच्चाई का साथ देगी। वहीं कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि शिवराज जी, नरेंद्र तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, इमरती देवी के बयान कितने मर्यादित थे।
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