इस साल पड़ेगी कड़ाके की सर्दी

 इस साल कड़ाके की पड़ने वाली है। मौसम विभाग ने इसकी वजह भी बताई है और कहा कि इस साल ला नीना की स्थिति के कारण कड़ाके की सर्दी के हालात बने हैं। मौसम विभाग ने कहा कि यदि शीत लहर की स्थिति के लिए बड़ी वजहों पर गौर करें तो साफ़ होता है कि अल नीनो और ला नीना बड़ी भूमिका निभाते हैं। चूंकि इस साल ला नीना की स्थिति कमजोर है, इसलिए इस साल ज्यादा सर्दी पड़ेगी।


क्या है अल नीनो और ला नीना


क्या है अल नीनो और ला नीना एक समुद्री प्रक्रिया है। ला नीना के तहत समुद्र में पानी ठंडा होना शुरू हो जाता है। समुद्री पानी पहले से ठंडा होता है लेकिन इसके कारण उसमें ठडक बढ़ती है और इसका सीधा असर हवाओं पर पड़ता है। जबकि अल नीनो में इसके विपरीत होता है। अल नीनो में समुद्री पानी गरम होता है और उसके प्रभाव से गर्म हवाएं चलती हैं। दोनों ही क्रियाओं का असर सधेतौर पर भारत की सर्दी और मानसून पर पड़ता है।


 


 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें