उपच्छाया चन्द्र ग्रहण 30 नवम्बर सोमवार सूतक-पातक नही लगेगा

ग्रहण अलग अलग प्रकार के नामों से जाने जाते है। पूर्ण,आंशिक,मांद्य, उपच्छाया आदि उनके राशियो , व्यापार की तेजी-मंदी, वर्षा,भूकम्प आदि प्रकृतिक असर भी उनकी परिस्थिति और उस समय की ग्रहो की गति,युति के अनुसार देखने मिलते है। ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि आज का मांद्य या उपच्छाया चन्द्र ग्रहण जो की भारत के उत्तर-पूर्व,मध्य पूर्व भाग में ग्रस्तोदय दिखाई देगा। शेष भारत मे यह ग्रहण दिखाई नही देगा। भारत के अलावा यह ग्रहण एशिया व यूरोप के अधिकांश भाग,आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका,दक्षिणी अमेरिका,अटलांटिक महासागर में भी दिखाई देगा। जैन ने बताया इस मांद्य चंद्रग्रहण का कोई भी धार्मिक सूतक-पातक मान्य नहीं होगा नही राशियो पर असर न ही कोई हल-चल। क्योकि यह वास्तविक ग्रहण नही है इस मे चन्द्रबिम्ब काला दिखाई न देकर मालिन्य मात्र छाया आने से धुंधला सा दिखाई देगा इसे वास्तविक रूम में ग्रहण नही कहते। यह दोपहर के समय भारतीय समयानुसार 01:02 बजे से स्पर्श और 05:23 बजे पर ग्रहण मोक्ष होगा इसका परम् ग्रास 0.828 होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured Post

भारतीय ज्योतिषियों की बलिहारी

  मेरा ज्योतिष में किंचित क्या रत्ती भर विश्वास नहीं है ,लेकिन मेरे विश्वास करने और न करने से क्या फर्क पड़ता है। देश की बहुसंख्यक जनता का वि...