*छोटी और बड़ी दीपावली मनेगी 14 नवम्बर को एक ही दिन*







तिथियो में अक्सर घट-बढ़ होती रहती है। आम आदमी इसे समझ नही पाता वह एक दिन में एक तिथि का हिसाब लेकर चलता है। लेकिन ऐसा नही तिथियों के घट,बढ़ होने से पर्व मनाने में अंतर आजाते है उसे समझना चाहिए।

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वार  13 नवम्बर को धनत्रयोदशी और 14 नवम्बर शनिवार को  छोटी और बड़ी दोनो दीपावली एक ही दिन मनाई जाएगी।

श्री जैन के अनुसार  12 नवम्बर गुरुवार को रात्रि 09:30 बजे तक द्वादशी तिथि समाप्त होकर त्रियोदशी 13 नवम्बर शुक्रवार को शाम 06:00 तक  रहेगी। इसलिए त्रियोदशी तिथि  13 नवम्बर को प्रदोषकाल में शाम 05:24  बजे से रात 08:03 तक बृष स्थिर लग्न के साथ धनत्रयोदशी का पूजन करना धन्वंतरि पूजन श्रेष्ठ है।

रूप चतुर्दशी 14 नवम्बर शनिवार को अभग्य स्नान प्रातः 05:17 बजे से 06:39 बजे तक रहेगा। इसी समय चंद्रोदय भी होगा।

क्योकि चतुर्दशी तिथि  13 नवम्बर को शाम 06 बजे से 14 नवम्बर को दोपहर 02:17 बजे तक ही है। इसी के साथ अमावश्य शुरू हो जाएगी। जो 15 नवम्बर को प्रातः 10:36 बजे तक ही रहेगी।

इसलिए 15 को शाम न तो अमावस्या तिथि प्रदोष काल मे न निशीथ काल मे है ।

इसी लिए इसे 14 नवम्बर को  दीपावली महालक्ष्मी पूजन  किया जाएगा।

दीपावली पूजन मुहुर्त:- 14 नवम्बर शनिवार कार्तिक कृष्ण अमावस्या प्रदोष काल में शाम 05:24 बजे से रात्रि 08:03 बजे तक।

बृष स्थिर लग्न में शाम 05:29 से 07:25 बजे तक।

मिथुन लग्न शुभ व अमृत की चौघड़िया के समावेश में  07:25 से 09:37 बजे तक भी सुखद समय रहेगा इस मे भी पूजन करने से सुख,समृद्धि उन्नति होगी।

अर्द्ध रात्रि निशीथ काल स्थिर सिंह लग्न में रात्रि 11:45 बजे से 12:38 बजे तक उपरोक्त सभी श्रेष्ठ मुहूर्तो में दीपावली पूजन अपने लोक परम्परा अनुसार आसानी से किया जा सकता है। इस दिन  पूरे दिन रात्रि 08 :08 बजे तक सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा।

*दिन व रात की चौघड़िया अनुसार  दीपावली रचना,वही खाता तैयार करना व पूजन मुहूर्त :-

 

 चोघडिया, दिन

काल06:37 से 07:58तक अशुभ

शुभ07:58 से 09:19तकशुभ

रोग09:19 से 10:40तकअशुभ

उद्वेग10:40 से 12:02तकअशुभ

चर12:02 से 13:23तकशुभ

लाभ13:23 से 14:44तकशुभ

अमृत14:44 से 16:05तकशुभ

काल16:05 से 17:27तकअशुभ

 

चोघडिया, रात

लाभ17:27 से 19:06तकशुभ

उद्वेग19:06 से20:44तकअशुभ

शुभ20:44 से 22:23तकशुभ

अमृत22:23 से 24:02तकशुभ

चर24:02से 01:41रातशुभ

रोग01:41रात से 03:20रातअशुभ


 

 



 



 















 







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