इंजीनियरिंग संस्थान में एप्लीकेशनस ऑफ न्यूरल नेटवर्क एडं ईमेज प्रोसेसिंग ' पर वेबिनार का आयोजन


 ग्वालियर l इंजीनियरिंग संस्थान में कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों के लिये एप्लीकेशनस ऑफ न्यूरल नेटवर्क एडं ईमेज प्रोसेसिंग ' विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।


इंजीनियरिंग संस्थान के डायरेक्टर, डॉ. संजय कुमार गुप्ता ने छात्रो से कहा कि आज समय के साथ टेक्नोलोजीज को लगातार सीखते रहना चाहिये तभी वह योग्य प्रोफेशनल की तरह मल्टीपल स्किलस में पारंगत होकर अवसरों को पाने में सफल हो सकेगे। प्रथम सत्र में स्पीकर  प्रियांक गुप्ता, सी.टी.ओ.. प्रेडिको ग्लोबल रिसर्च प्रा. लि. ने न्यूरल नेटवर्क एड इटस एप्लीकेशनस' विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि न्यूरल नेटवर्क (एन.एन) या आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क (ए.एन.एन) एक लर्निंग सॉफ्ट टेक्नोलोजी है जो मानव मस्तिष्क में स्थित न्यूरॉन से प्रेरित होकर तैयार की गई है जिसने आज इंजीनियरिंग, बिजनिस, और रोजमर्रा की जिंदगी में एक नई क्रांति लाई है। यह इंफोरमेशन प्रोसेसिंग का एक प्रकार है जिसमें कम्प्यूटरस और मशीनों को मूल रूप से मानव मस्तिष्क का कम्प्यूटर मॉडल बनाकर इस कदर स्मार्ट बनाया जाता है कि वह बिल्कुल मानव मस्तिष्क की तरह खुद से समझकर डिसिजन लेने, अनुभव करने, अपनी गलतीयों को समझकर उसमें सुधार कार्य करने की क्षमता डवलप की जाती है। इसका उपयोग बड़ी मात्रा में जटिल और अव्यवस्थित डाटा के बीच में छिपे पेटर्न से अर्थ निकालने और रूझानों का यह पता लगाता है । न्यूरल नेटवर्कस का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि एक बार प्रशिक्षित होने के बाद, यह अपने दम पर सीखते हैं तथा इसका मुख्य उददेश्य तेजी से विभिन्न कम्प्युटेशनल कार्यों को करना है।


सी.टी.ओ श्री गुप्ता, ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, एवमं इसके प्रकारों की चर्चा करते हुये आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क के आर्किटेक्चर को प्रदर्शित किया गया। न्यूरल नेटवर्क बेस्ड प्रोजेक्टस को बताते हुये कुछ महत्वपूर्ण एप्लीकेशनस को समझाया गया। उन्होंने वर्तमान में प्रयोग हो रही न्यूरल नेटवर्क की इंजीनियरिंग एप्लीकेशनस की चर्चा करते हुये फ्लाइट कंट्रोल, डायनिमिक मोडलिंग ऑफ केमिकल प्रोसेस सिस्टम, पॉवर प्लांटस, ऑटोमोटिव कंट्रोल, मेडिकल सिस्टम, ऑयल एडं गैस, चिप फेलियर एनालिसिस, ऑटोमेटिड इंन्फोरमेंशन सर्विस आदि की चर्चा की गई। अतं में स्टोक मार्केट एनालिसिस एडं फॉरकास्टिंग के क्षेत्र में डवलप किये गये न्यूरल नेटवर्क बेस्ड सिस्टम का लाइव डिमोंस्ट्रेशन देकर छात्रो को प्रक्टीकल पहलू से अवगत कराया गया।


द्वितीय सत्र मे स्पीकर प्रो. सतीश बंसल, कम्प्यूटर एप्लीकेशनस विभाग, पी.आई.एम. एस. ने मेडिकल इमेज प्रोसेसिंग' विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, न्यूरल नेटवर्क जैसी टेक्नोलोजी के बडते प्रयोग और डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग तकनीकों के तेजी से हुये विकास से आज आतंरिक बीमारियों को पहचानने, अध्ययन करने, और उनका उपचार करने में बडी सफलता प्राप्त हुई है। आज मेडिकल के क्षेत्र में एम.आर.आई..सी.टी. स्कान, अल्ट्रासाउंड जैसी इमेज मोडलिटीज के उपर इमेज प्रोसेसिंग ऑपरेशन्स परफॉर्म कर बेहतर बनाया जाता है और टिश्यूस या ऑर्गन से संबंधित छोटी से छोटी लेकिन महत्वपूर्ण इंफॉर्मेशन को सरलता से निकाल कर अध्ययन किया जाता है। यह कम कीमत में बिना साइड इफेक्ट के रोग को पहचानने, और इलाज करने में बहुत अधिक सहायक है। प्रो. बंसल ने इमेज प्रोसेसिंग तकनीक जैसे इमेज रिकॉगनिशन, इमेज एनालिसिस, इमेज एनहांसमेंट तथा इमेज सेगमेंटेशन, क्लासिफिकेशन और एप्लीकेशनस को विस्तार से समझाया गया।


आयोजन का संचालन नयना शर्मा द्वारा एक्सपर्टस के परिचय एवं स्वागत के साथ किया गया। अंत में अभिषेक कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षकगण तथा छात्रों ने वेबिनार में भाग लेकर अपनी सहभागिता दी गई।


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