भोपाल l भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग का शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। उनके बड़ बेटे विवेक सारंग और कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग दोनों ने उन्हें सुभाष नगर विश्रामघाट पर मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के बाद हुई शांति सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में जनसेवा को जीवन भर अपनाने वाले कैलाश सारंग समर्पित समाज सेवी थे। उनकी संगठन क्षमता अद्भुत थी। मुख्यमंत्री ने सारंग के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि उन्होंने सदैव दुविधा से निकालने सहयोग किया है। उनके निधन से जो शून्य पैदा हुआ है उसे भरना मुश्किल होगा। भोपाल उनके बिना अधूरा हो गया है।
इससे पहले कैलाश सारंग का पार्थिव शरीर रविवार सुबह करीब 9 बजे विशेष विमान से मुंबई से भोपाल लाया गया। हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया। हवाई अड्डे से पार्थिव देह को 74- बंगले स्थित निज निवास पर लाया गया, जहां पर शिवराज सरकार के कई मंत्री और भाजपा नेता उनके अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे और उन्होंने श्रद्धासुमन अर्पित किए। सुभाष नगर विश्रामघाट जाने से पहले उनके अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को भाजपा कार्यालय में रखा गया। बाबूजी अमर रहे के नारों के बीच यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत, सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, पूर्व राज्यसभा सदस्य रघुनंदन शर्मा, पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार, पूर्व सांसद अलोक संजर, पूर्व महापौर अलोक शर्मा, मंत्री बिसाहूलाल सिंहविधायक कृष्णा गौर, तपन भौमिक श्रद्धासुमन अर्पित किए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें