बनाई जा रही है नई कलेक्टर गाइडलाइन: शहर के कई इलाकों में बढ़ेगी जमीन की कीमतें

रविकांत दुबे ग्वालियर । महानगर ग्वालियर की बढ़ती बसाहट को अब नई कलेक्टर गाइडलाइन प्राथमिकता दी जाएगी। शहर को विस्तारित करने वाले क्षेत्र सिरोल,सिटी सेंटर,महाराजपुरा, भिंड रोड, गिरवाई क्षेत्र,पुरानी छावनी-मोतीझील क्षेत्र में वास्तविक कीमत के आधार पर कलेक्टर गाइडलाइन को बढ़ाया जाएगा। अभी तक शहर में बिना मैदानी स्तर पर होमवर्क करके घनी बसाइट वाले रिहायशी और व्यावसायिक क्षेत्रों में ही कलेक्टर गाइडलाइन को कम ज्यादा तो कभी विसंगति दूर करने के नाम पर औपचारिकता कर गाइडलाइन तैयार कर ली जाती है,अब बढ़ते शहर पर नई कलेक्टर गाइडलाइन 2021-22 का फोकस रहेगा। वहीं बाजार मूल्य के आधार पर ही वास्तविक कलेक्टर गाइडलाइन को तैयार करने की हिदायत दी गई है। इस बार उप पंजीयक अपने अपने क्षेत्रों में जो गाइडलाइन की अनुशंसा करके लाएंगे उन्हें उप जिला मूल्यांकन समिति के अध्यक्ष क्रॉस चेक भी करेंगे। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के स्टेकहोल्डर्स और जानकारों के सुझाव भी लेंगे जिससे किसी तरह की विसंगति और दोहराव न हो। बुधवार को नई कलेक्टर गाइडलाइन को लेकर पहली बैठक समिति अध्यक्ष एसडीएम लश्कर विनोद भार्गव की अध्यक्षता में हुई जिसमें यह दिशा-निर्देश दिए गए। नई कलेक्टर गाइडलाइन में बढ़ते ग्वालियर पर फोकस रहेगा। यह इसलिए कि ग्वालियर जिले में हर साल नई कलेक्टर गाइडलाइन के होमवर्क में धनी रिहायशी बसाहट और घने बाजारों व उनके आसपास की दरों की विसंगति दूर करने के नाम पर गाइडलाइन का काम पूरा कर दिया जाता है। वास्तविक बाजार मूल्य और हकीकत में जिन दरों पर प्रापर्टी लेने वाले को मुख्य चुकाना पड़ता है वह बहुत अलग होता है। बसे बाजारों में ही दरें प्रबंधन करने की परंपरा चलती रहती है। वहीं जिन जिन क्षेत्रों में ग्वालियर का विस्तार हो रहा है.यहां कलेक्टर गाइडलाइन कम होने के कारण विस्तार भी गति से नहीं हो पाता है।बसे बसाए क्षेत्रों में ज्यादा गाइडलाइन होने के कारण आबादी नए क्षेत्रों में नहीं जा पाती है। वहीं कालोनाइजर और बिल्डर्स सस्ती कीमत में जमीन लेकर संचे दामों में बेचने का प्रयास करते हैं ऐसे क्षेत्रों में गाइडलाइन कम होने के बाद भी बाजार मूल्य ज्यादा दिखाकर ग्राहक को बिल्डर के अनुसार कीमत अदा करनी पड़ती है। इसके लिए वास्तविक मूल्य पर फोकर कर विसंगतियों को दूर किया जाएगा। जहां वाकई वास्तविक कीमत अधिक है वहां कलेक्टर गाइडलाइन को बनाया जाएगा।

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