फिल्म में सड़क दुर्घटना से संबंधित दृश्यों के बारे में बात करते हुएनिर्देशक ने कहा, “मैं दुर्घटना को दिखाने के पक्ष में नहीं थी। यह मेरे लिए बड़ी चुनौती थी। दुर्घटना के दृश्यों को शूट करने और दर्शकों को दिखाने के लिए मेरी आत्मा मेरा साथ नहीं दे रही थी। कई लोगों ने इसे देखने से मना कर दिया। लेकिन मैंने सड़क दुर्घटना और इससे होने वाले नुकसान को दृश्यों में संजोने और दर्शकों को दिखाने का फैसला किया। मैंने इसके लिए मोंटाज का इस्तेमाल किया। दुर्घटना से संबंधित सभी संदेश को इस माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया।”फिल्म में तीन समानांतर कहानियों को बताने के लिए अतियथार्थवाद और रूपकों का इस्तेमाल किया गया।
फिल्म में दिखाए गए ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले सामान्य लोग, दूसरों के लिए अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं। निर्देशक ने बताया कि, इसीलिए फिल्म का नाम ‘इंवेस्टिंग लाइफ’ रखा गया है।फिल्म के पीछे अपनी सोच के बारे में बात करते हुए निर्देशक केंडाले ने कहा, “जीवनी पर आधारित फिल्म ख्याति प्राप्त महान लोगों के जीवन पर बनाई जाती हैं। लेकिन, वास्तव में हर एक जीवित व्यक्ति और आम इन्सान किसी न किसी रूप में दुनिया में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे सभी व्यक्तियों की भूमिका सराहनीय और महत्वपूर्ण होती है।”
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