गंगादासजी की शाला में धूमधाम से मना गणतंत्र दिवस

 रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर। शहर के प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल एवं 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महारानी लक्ष्मीबाई के साथ अंग्रेजों से लड़ते हुए शहीद हुए संतों की तपस्थली सिद्धपीठ श्रीगंगादास जी की शाला लक्ष्मीबाई कॉलोनी में गणतंत्र दिवस परंपरागत धूमधाम से मनाया गया। शाला के महंत पूरन वैराठी पीठाधीश्वर स्वामी रामसेवक दास जी ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर राष्ट्रगान का सस्वर गायन किया गया।


इस अवसर पर बोलते हुए महंत स्वामी रामसेवकदास जी ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर संविधान लागू हुआ था। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी है कि गणतंत्र दिवस पर हम संकल्प लें कि संविधान में दिए गए अपने कर्तव्यों का हम जिम्मेदारी से पालन करें और देश की प्रगति में अपना योगदान दें।उन्होंने कहा कि गंगादास जी की शाला के संतों ने देश को अंग्रेजों की दासता से मुक्त करने के लिए अपने प्राणों का बलिदान किया। इस अवसर पर हम उन्हें भुला नहीं सकते, उनके बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा। आज भी देश का संत समाज देश की तरक्की में अपना योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज समाज के कुछ लोभी लालची तत्व मंदिरों आश्रम की जमीनों पर कब्जा करना चाहते हैं यह प्रवृत्ति धर्म के प्रतिकूल है, और ऐसे लोगों पर कार्रवाही होना चाहिए। अंत में उन्होंने सभी के कल्याण की कामना की और सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई भी दी। इस अवसर पर प्रसादी का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी पंडित रामबाबू कटारे,राम दास जी सिवाराम दास जी नागा ऊतम दास जी राम शरण दास जी सहित संत समाज उपस्थित था।




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