वैज्ञानिक सोच एवं जागरूकता ही कोविड-19 जैसे खतरों से हमें बचा सकती है - डॉ. डी. सी. गुप्ता

जन सम्प्रेशण अभियान संबंधी कार्यशाला का तृतीय दिवस

रविकांत दुबे AD News 24

                              

ग्वालियर । वैज्ञानिक सोच एवं जागरूकता से ही हम कोविड-19 जैसे खतरों से बच सकते हैं। आज जब पूरी दुनियां इस महामारी की चपेट में आने के बाद बाहर निकलने का प्रयास कर रही है हमें भी वर्तमान समय की त्रासदी और भविष्य में भी इस तरह के संक्रामक रोगों से लड़ने की रूप रेखा तैयार करनी होगी। सम्पूर्ण मानव जाति की सुरक्षा का सवाल है और संक्रामक रोग से बचाव ही सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार है। उक्त आशय के विचार डॉ. डी. सी. गुप्ता, पूर्व डिप्टी डायरेक्टर, रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना ग्वालियर द्वारा, युवा विज्ञान परिषद मध्य प्रदेश द्वारा, राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद के सहयोग एवं मार्गदर्शन में कोविड-19 महामारी से बचाव और उपचार के प्रति ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक जागरूकता लाने वाले जन सम्प्रेषण अभियान के तृतीय दिवस पर पाटनकर बाजार स्थित होटल सुख सागर में आयोजित कार्यशाला के प्रथम सत्र में व्यक्त किए।

कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कार्यशाला संयोजक सुभाष चन्द्र अरोरा, सेवानिवृत्त संयुक्त संचालक जनसम्पर्क ग्वालियर ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि संक्रामक रोगों से कैसे लड़ा जाये इस बारे में बिल्कुल सरल भाषा में सटीक जानकारी आम आदमी को देना हमारा मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आज इस बात की आवश्यकता है कि दैनिक जीवन में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के महत्व के बारे में लोगों को वैज्ञानिक तथ्यों के साथ जागरूक करना है। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग करना, जन सामान्य को संक्रमण रोगों से लड़ने के लिए तैयार करना हमारे इस कला प्रदर्शन का हिस्सा होगा। 

कार्यशाला के द्वितीय सत्र में नाट्य निर्देशक रोहित जैन एवं रेनू झंवर द्वारा प्रतिभागियों को अलग अलग समूहों में विभाजित कर नाट्य अभ्यास, स्क्रिप्ट आदि पर विस्तृत चर्चा कर सभी के अनुभवों को शामिल कर स्क्रिप्ट को फायनल किया गया। प्रतिभागियों द्वारा स्क्रिप्ट के अनुसार अपने संवाद बोलने की रिहर्सल की गई। श्रीमति सुनीलम चतुर्वेदी द्वारा लोक गीतों की धुनों को तैयार कर प्रतिभागियों से रिहर्सल कराई गई। कार्यशाला के दौरान नवीन श्रीवास्तव द्वारा आवाज की विविधता के बारे में प्रतिभागियों को बताया गया। 


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