ग्वालियर। नगर निगम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ग्वालियर पुलिस ने लाठी चार्ज करके खदेड़ दिया। लाठी चार्ज होते ही प्रदर्शनकारियों ने प्लान बी पर काम शुरू किया और कांग्रेस की महिला नेता सामने आ गई लेकिन पुलिस नहीं रुकी। वाटर कैनन से पानी फेंककर पुलिस ने महिलाओं को भी खदेड़ दिया। पुलिस की पिटाई से करीब 20 कांग्रेस नेता घायल हो गए।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ग्वालियर में सड़कों की हालत खराब है। नगर निगम के पास स्ट्रीट लाइट की जिम्मेदारी है, लेकिन लाइट्स नहीं जलती हैं। इस कारण महिलाओं के साथ वारदातें बढ़ रही हैं। लगातार हो रही घटनाओं पर कांग्रेस ने दोपहर में नगर निगम दफ्तर पर हल्ला बोल प्रदर्शन का ऐलान किया था। प्रदर्शन कांग्रेस नेत्री रश्मि पवार के नेतृत्व में रखा गया था। कहा गया था कि नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन देने के बाद कांग्रेस जंगी प्रदर्शन करेगी।
तय कार्यक्रम के दौरान 100 से 150 कार्यकर्ता रश्मि पवार के नेतृत्व में नगर निगम दफ्तर की ओर बढ़े, लेकिन दफ्तर से 100 मीटर दूर तरण पुस्कर के पास ही पुलिस ने बैरीकेड्स लगा दिए थे। बैरीकेड्स देखकर कांग्रेसी बौखला गए। पहले रास्ता रोकने पर बहस हुई। इसके बाद कांग्रेसियों ने बैरीकेड्स को धक्का देकर आगे जाने का प्रयास किया। पुलिस ने समझाया, लेकिन कांग्रेसी बैरीकेड्स पर चढ़कर आगे जाने लगे।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कांग्रेसियों पर लाठियां चलाना शुरू कर दीं। सड़क पर उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इस दौरान किसी ने बहस की, तो उसे हिरासत में ले लिया गया। उस समय तो कांग्रेसी भाग गए, लेकिन पांच मिनट बाद फिर एकत्रित हो गए। इस बार महिला नेता और कार्यकर्ता आगे थीं। जिस कारण पुलिस लाठी नहीं चला सकी। बैरीकेड्स पर महिलाएं चढ़ गईं।
कांग्रेस की महिला नेताओं ने मोर्चा संभाला तो पुलिस ने वाटर कैनन से पानी का हमला किया
जब महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता बैरीकेड्स पर चढ़ गईं, तो पुलिस ने वॉटर कैनन का उपयोग किया। पानी की तेज धार से बैरीकेड्स पर चढ़े लोग नीचे गिरे और चले गए। करीब एक घंटे तक यह हंगामा चला। इस कारण नगर निगम में रोज के काम से आने वाले लोगों को परेशानी भी हुई।
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