जीआरपी पुलिस ने अंर्तराज्यीय गैंग का किया खुलासा, 80 चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के 4 आरोपी पकड़ा

 रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर। ट्रेन में यात्रा के दौरान 5 -7 युवक साथ सफर करते है और धनवान बुजुर्ग दम्पत्ति को ढूंढकर विश्वास में लेते है और बातचीत में पता कर लेते है यात्रा कहां तक करना है उस स्टेशन का पता चलते ही कहते हैं आप चिंता मत कीजिये हम आपका सामान उतरवा देंगे। जैसे स्टेशन पास आता है एक शख्स ट्रॉली बैग लेकर कोच के गेट पर रख देते हैं और उस ट्रॉली बैग को चारों ओर घेर लेते हैं बैग को कटर, प्लास से खोल कर ज्वेलरी, पैसा निकाल बैग को पैक कर देते हैं सवारी उतर जाती है और लोग आगे निकल जाते हैं। अभी तक 6 राज्यों पुलिस इनको तलाश रही थी जो हमारे संपर्क में हैं।  ऐसी ट्रेन की 5 चोरी की घटना का खुलासा करते हुए चोरों से 10 लाख रूपये के माल के साथ गिरफ्तार किया है इस यह बात ग्वालियर रेलवे स्टेशन के जीआरपी बीजी थाने में पत्रकारों से चर्चा करते हुए एएसपी रेल प्रतिमा मैथ्यू ने की हैं। पत्रकारवार्ता में डीएसपी शुभा श्रीवास्तव और टीआई अजीत चौहान मौजूद थे।

ट्रेन में चोरी इन घटनाओं को दिया अंजाम

मंगला एक्सप्रेस के कोच ए-3 की 7, 9 पर कल्याण से ग्वालियर के बीच 8 जनवरी को सफर कर रहे थे एमके चौधरी का ट्रॉली बैग खोलकर सोने की ज्वेलरी, 10 हजार नगदी सहित 85 हजार रूपये का सामान चोरी किया।

कर्नाटक एक्सप्रेस के कोच एस-7 की सीट 73, 76 पर 11 जनवरी को यात्रा कर रहे थे यात्रा के समापन से पूर्व यात्री के नींद में होने पर यात्री के सिराहने से पर्स चोरी किया पर्स में लगभग सोने की ज्वेलरी सहित 40 हजार रूपये का सामान चोरी।

झांसी से बांद्रा एक्सप्रेस के कोच एस-2 के बर्थ 29, 32 पर सो रहे थे ग्वालियर के रेलवे स्टेशन पर नींद खुली ट्रॉली बैग चोरी करना पाया गया। बैग से एक जोड़ा पायल, तीन जोड़ी चांदी चूडी सहित ट्रॉली बैग से 25 हजार रूपये की चोरी।

ग्वालियर भिण्ड पैसेंजर के जनरल कोच फॉर्म नं 3 29 फरवरी को ट्रॉली बैग से सोने की ज्वेलरी, तीन हजार रूपये कपड़े और एटीएम अन्य सामान चोरी।

मंगला एक्सप्रेस की कोच एस-8 बर्थ नम्बर 50, 52, 53 पर यात्रा कर रहे मुरैना निकलने के बाद पर्स से ज्वेलरी चोरी की जिसमें 4 सोने की चूडि़या, कान के टाप्स सहित लगभग 50 हजार रूपये की चोरी।

क्या है पूरा मामला

कोरोना-19 लॉकडाउन के समाप्त होते ही एक अर्न्तराज्यीय गैंग है एएसपी रेल प्रतिमा मैथ्यू के अनुसार अभी तक 80 चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। एक गैंग हरियाणा के सांसी का है। यह गैंग दिल्ली में निवास करते हुए भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जेबकटी सामान उठाईगिरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इस गैंग में 5 से 7 युवक हैं। इस गैंग के सदस्य भीड-भाड़ केबीच ऐसा दृश्य बनाने की कोशिश करते जिससे आम जनता का ध्यान उनकी ओर आकृष्ठ हो जाये और इस बीच गैंग के अन्य साथ जेबकटी या सामान गायब करने की घटना को अंजाम देते हैं। यह गैंग ट्रेन में यात्रियों से मेलजोल बढ़कार सामान चुराते है। गैंग के एक या दो सदस्य यात्रियों की आर्थिक स्थिति का अनुमान लगाकर उनसे बातचीत करते हुए नजदीकी बनाते हैं। संबंधित यात्री के गतव्य स्टेशन आने से पूर्व उनका सामान उठाने में मदद करने का आश्वासन देते हैं। स्टेशन पर ट्रेन रूकने से पूर्व यात्री का सामान गेट के पास ले जाकर रख लेते हैं। 4-5 साथी बैग को चारों ओर से घेर कर ओट बना लेते हैं। इस बीच इनका एक साथी औजार से बेग की चैन खोलकर उसमें रखा हुआ सामान टटोल कर पहचानते हुए निकाल कर बैग या सूटकेस को बन्द कर देते हैं। यात्री का सामान उतारकर उसी ट्रेन से आगे निकल जाते हैं।

अंर्तराज्यीय गैंग के पकड़े गये आरोपी

अंर्तराज्यीय गैंग को ग्वालियर जीआरपी टीआई अजीत चौहान ने अपनी टीम के 4 सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार किया जिसमें 2 सदस्य फरार होने में कामयाब हो गये।

सुरेन्द्र कुमार 42 वर्ष, निवासी सुल्तानपुरी, पश्चिमी दिल्ली, मूलतः भाटोल रांगढ तहसील-हांसी जिला हिसार, हरियाणा।

अतरसिंह 47 वर्ष निवासी सुल्तानपुरी उत्तरी पश्चिमी दिल्ली मूलतः गांव खाडाखेडी तहसील नारनोद जिला हिसार हरियाणा।

रविन्द्रसिंह 32 वर्ष, निवासी समी बाजार, सुल्तानपुरी, दिल्ली। निवासी भाटोल, रांगढ तहसील हांसी, जिला हिसार, हरियाणा।

राजेन्द्र 39 वर्ष, निवासी ई-7/182 सुल्तानपुरी नॉर्थ वेस्ट दिल्ली।

फरार हुए आरोपी

विनोद 28 वर्ष, निवासी सुल्तानपुरी थाना सुल्तानपुरी दिल्ली।

विजय 29 वर्ष, निवासी ग्राम खरक कलंगा जिला भिवानी हरियाणा।


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