ग्वालियर। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल ने कहा है कि राज्य में शिशु मृत्यु दर कम करने के लिये आईपीए के साथ मिलकर एक एमओयू साइन किया गया है। इसके तहत जहां चिकित्सकों को बच्चे को पैदा होने के साथ ही गोल्डन एक मिनट में किस प्रकार से केयर की जानी है का प्रशिक्षण देने के साथ ही एएनएम और नर्सों को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके लिये राज्य शासन ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत छह जिलों को प्रथम चरण में शामिल किया है।
उक्त जानकारी आज आईपीए के प्रशिक्षण कार्यक्रम में आये आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. संजय गोयल ने पत्रकारों से चर्चा में दी। उन्होंने बताया कि जन्म के समय बच्चे की मृत्यु दर को कम करने को लेकर जहां राज्य की शिवराज सिंह सरकार लगातार चिंता के साथ काम कर रही है। वहीं आईएपी के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तत्काल हां कर एएनएम से लेकर नर्सो तक को प्रशिक्षित करने जागरूकता बढाने के एक प्रोग्राम को हरी झंडी दे दी। इसके लिये नीति आयोग से भी फंड की व्यवस्था कर कार्यक्रम तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण डिजीटल होगा। इसमें चिकित्सकों से लेकर एएनएम और नर्सों को प्रशिक्षण दिया जायेगा कि बच्चे के जन्म के समय उसकी सांस एक मिनट के अंदर कैसे बच्चा रोयेगा इसकी जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण छह जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है जिसमें श्योपुर, पन्ना, छतरपुर, शहडोल उमरिया और दमोह जिले शामिल हैं। इसके बाद इसे अन्य जिलों में भी शुरू किया जायेगा।
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