कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई: जमीन संबंधी धोखाधड़ी का पता चलने पर कलेक्टर ने एक भू-माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए

 रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर। भू-माफियाओं का पता लगाने एवं उनके खिलाफ कार्रवाई में भी जनसुनवाई मददगार साबित हो रही है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में जमीन संबंधी धोखाधड़ी का पता चलने पर कलेक्टर  कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने एक भू-माफिया के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में इस बार लगभग एक सैंकड़ा फरियादी पहुँचे थे। कलेक्टर  सिंह एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक-एक कर सभी फरियादियों की समस्यायें सुनी और उनके आवेदनों के निराकरण की रूपरेखा तय की। 

कुशवाह कॉलोनी गुड़ागुड़ी का नाका लश्कर निवासी सौरभ, श्रीनिवास, सुनील सिंह व अरूण सहित अन्य लोगों ने कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में पहुँचकर शिकायत की थी कि हमारे नाम से आवासीय जमीन के कागजात होने के बाबजूद हमें बेदखली के नोटिस मिले हैं। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने उनके आवेदन की जाँच पड़ताल की तो पता चला कि कुशवाह कॉलोनी गुड़ागुड़ी का नाका में किसी व्यक्ति द्वारा इन लोगों के नाम जिस जमीन की रजिस्ट्री की थी, उस जमीन पर कब्जा न देकर सरकारी जमीन पर कब्जा दिला दिया। इस प्रकार की धोखाधड़ी का पता चलने पर कलेक्टर  सिंह ने तहसीलदार श्रीमती शिवानी पाण्डे को जमीन की धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर कराने के निर्देश दिए। साथ ही जन-सुनवाई में फरियाद लेकर आए लोगों को भी आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन द्वारा सभी को न्याय दिलाया जायेगा। 

जनसुनवाई में मदद की आस में पहुँचे विभिन्न फरियादियों के नि:शुल्क इलाज का इंतजाम भी कलेक्टर  कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कराया। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर जरूरतमंदों को आर्थिक मदद भी दिलाई। जनसुनवाई में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री किशोर कान्याल, अपर कलेक्टर  आशीष तिवारी,  टी एन सिंह व  रिंकेश वैश्य ने भी जन सामान्य से आवेदन प्राप्त किए और निराकरण की कार्रवाई की। 

केवल डेढ़ घंटे के भीतर रानी बेगम को वापस मिल गई धनराशि 

मेवाती मोहल्ला बहोड़ापुर निवासी श्रीमती रानी बेगम अपनी खुद की धनराशि वापसी के लिये कई दिनों से नगर निगम के विभिन्न दफ्तरों के चक्कर काट रहीं थीं। मंगलवार को वे अपनी फरियाद लेकर कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में पहुँच गईं। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने ध्यानपूर्वक उनकी बात सुनी। रानी बेगम ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि मैंने राजीव आसरा योजना के तहत शासकीय आवास के लिये नगर निगम में डेढ़ लाख रूपए जमा किए थे। लॉटरी में हमारे परिवार के नाम से मकान आवंटित नहीं हो सका। लेकिन हमारी धनराशि नहीं लौटाई गई है, जिससे हम बहुत परेशान हैं। मामला समझने के बाद कलेक्टर ने नगर निगम के उपायुक्त को फोन से निर्देश दिए और रानी बेगम को सरकारी वाहन से सम्मानपूर्वक नगर निगम दफ्तर धनराशि लेने के लिये पहुँचाया। नगर निगम आयुक्त  शिवम वर्मा के संज्ञान में जब यह बात सामने आई तो उन्होंने मातहत अधिकारियों से तत्काल संबंधित फाइल बुलवाई और रानी बेगम की समस्या का समाधान करा दिया। इस प्रकार कलेक्टर  कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की पहल पर लगभग डेढ़ घंटे के भीतर रानी बेगम के खाते में धनराशि पहुँच गई। रोते-रोते जनसुनवाई में पहुँचीं रानी बेगम अपनी राशि पाकर खुशी-खुशी घर लौटीं। 

भुवनेन्द्र अब पीएससी की परीक्षा में बैठ सकेंगे 

अंकसूची न मिलने से एमपीपीएससी का फार्म नहीं भर पा रहे एक विद्यार्थी भुवनेन्द्र पटसारिया को जनसुनवाई ने सहारा दिया है। कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में आवेदन देने पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस विद्यार्थी का अजमेर से परीक्षा परिणाम घोषित करवाया। अब वह विद्यार्थी एमपीपीएससी परीक्षा में बैठक सकेगा। साथ ही पटसारिया अपनी मर्जी के विषय में जीवाजी विश्वविद्यालय में आगे की पढ़ाई भी कर सकेंगे। 


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