प्रदोषकाल सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि योग में करे होलिका दहन-ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन

इस बार हिलिका दहन बाले दिन प्रदोषकाल के साथ अच्छे योग बन रहे है।

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि फाल्गुन शुक्लपक्ष पूर्णिमा के दिन प्रदोषकाल में शुभ योग में भद्रा रहित समय मे होली जलाई जाएगी।

अगर होली के मुहूर्त के समय भद्रा होती है तो भद्रा में होली नहीं जलाते 

जैन ने कहा इस बार फाल्गुन पूर्णिमा 28 मार्च रविवार को  पूरे दिन- रात्रि 12 : 17 बजे तक रहेगी।

और भद्रा दिन के 01: 54 बजे तक ही रहेगी।

इस दिन रविवार को इस वार पूरे दिन- रात सर्वार्थसिद्धि योग और  शाम 05:35 बजे तक अमृत सिद्धि योग भी रहेगा।

 होलिका दहन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त:- प्रदोषकाल सूर्यास्त बाद शुभ व अमृत की चौघड़िया सहित शाम 06:36 बजे से 09:31 बजे तक होलिका दहन के लिए श्रेष्ठ मुहुर्त है।

होलिका दहन के साथ ही होलाष्टक समाप्त हो जाएंगे।

दूसरे दिन 29 मार्च सोमवार को धुलैंडी 30 मार्च भाई दोज

के कार्यक्रम अपने घरों पर ही कोरोना गाइड लाइन के साथ पर्व मनाए।

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