अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर ने की स्वच्छता सर्वेक्षण की समीक्षा
ग्वालियर / कलारी संचालकों को साफतौर पर ताकीद कर दें कि वे पर्याप्त संख्या में डस्टबिन रखवाएँ और उसी में कचरा डाला जाए। जिन कलारियों के आस-पास गंदगी मिलेगी उन्हें बंद करने की कार्रवाई की जायेगी। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने अंतरविभागीय समन्वय बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने वार्ड मॉनीटर के रूप में तैनात विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि वे नियमित रूप से शहर के विभिन्न वार्डों में पहुँचें। अगर कहीं कचरा व गंदगी दिखाई दे तो नगर निगम के अमले के माध्यम से उसे साफ करवाएँ।
सोमवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सभी वार्ड मॉनीटर को निर्देश दिए कि वे मंगलवार को प्रात: 6 बजे बाल भवन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँ। वहाँ से नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा के निर्देशन में संबंधित वार्ड में पहुँचकर साफ-सफाई की मॉनीटरिंग करें। भ्रमण के दौरान घर-घर से कचरा संग्रहण, सार्वजनिक स्वच्छता परिसर व शौचालयों की साफ-सफाई इत्यादि पर विशेष नजर रखें। साथ ही सड़कों व गलियों की साफ-सफाई भी देखें। उन्होंने विद्युत वितरण कंपनियों के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि ट्रांसफार्मर के आस-पास जमा कचरा अभियान बतौर हटवाएँ।
नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने बैठक में आह्वान किया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में ग्वालियर को अव्वल बनाने में सभी अधिकारी सहयोगी बनें। उन्होंने कहा सभी के प्रयासों से ही ग्वालियर स्वच्छ व सुंदर शहर बनेगा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री किशोर कान्याल एवं अपर कलेक्टर श्री टी एन सिंह व श्री रिंकेश वैश्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
“एक जिला एक उत्पाद” को गंभीरता से लें
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के तहत प्रदेश सरकार द्वारा “एक जिला एक उत्पाद” पर विशेष जोर दिया जा रहा है। ग्वालियर जिले में आलू और स्टोन को “एक जिला एक उत्पाद” में शामल किया गया होगी।
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