भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 5 मार्च को जन्मदिन है। इसके पहले उन्होंने प्रदेश की जनता के नाम पत्र लिखा है। सीएम ने सभी से आव्हान किया है कि 'मुझे जन्मदिन पर फूलमाला और बुके भेंट करने की बजाए अगर आप पौधा लगाएंगे तो मुझे खुशी होगी। मैं भी अपना जन्मदिन पेड़ लगाकर ही मनाऊंगा।'
पढ़िए मुख्यमंत्री शिवराज का जनता के नाम लिखा पत्र
प्रिय बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,
5 मार्च को मेरा जन्मदिन है। हमेशा संकल्प यही रहता है कि जीवन का हर क्षण सार्थक हो, अपने लिए नहीं, हम अपनों के काम आयें और अपनी है प्रदेश की जनता। सरकार के माध्यम से हम सार्थक काम कर ही रहे हैं, लेकिन मन में यह भाव भी आया कि जन्मदिन के अवसर को भी उद्देश्यपूर्ण बनाया जाए। मैंने एक साल तक रोज एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है। धरती हमारी मां है। मां हमें सबकुछ देती है, लेकिन हमें भी मां को कुछ देना है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण पर्यावरण बिगड़ रहा है। धरती की सतह का तापमान लगातार बढ़ रहा है और ऐसा अनुमान है कि 2050 तक ये 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा और तब स्थितियां भविष्य के लिए ऐसी बनेंगी कि धरती पर मानव और जीव-जंतुओं का अस्तित्व ही एक समय संकट में पड़ जाएगा।
हम आने वाले संकट को पहचानते हुए पर्यावरण बचाने का सार्थक प्रयास आज से ही करें। पेड़ों से धरती मां का श्रृंगार करना पर्यावरण बचाने का प्रभावी माध्यम है। मेरी सभी से प्रार्थना है कि आप किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं। प्रसन्नता की बात है कि मध्यप्रदेश में वनक्षेत्र लगातार बढ़ा है। वनक्षेत्र को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें। हम पेड़ लगाएंगे तो अपने लिए ही नहीं, बल्कि प्रदेश, देश और दुनिया के लिए भी लगाएंगे।
मेरी प्रार्थना है कि मेरे इस जन्मदिन की खुशी फूलमाला और बुके से स्वागत करके न मनाएं, इसके बजाय एक पेड़ लगाएं। जरूरी नहीं है कि मेरे जन्मदिन पर ही लगाएं। आप अपने जीवन के किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं। पेड़ है तो ऑक्सीजन है, ऑक्सीजन है तो जीवन है। इसलिए वृक्ष भी जीवन है। मैं अपना जन्मदिन पेड़ लगाकर ही मनाऊंगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें