राक्षसी संवत्सर 2078 और तिथियों का क्षय, महामारी रोग बढ़ाएगा

12 अप्रैल सोमवार अमावस्या को प्रातः 8:00 बजे संवत 2077 समाप्त होकर संवत 2078 प्रारंभ होगा। 13 अप्रैल मंगलवार से बसंत नवरात्र घट स्थापना, गुड़ी पड़वा, चैतीचांद का पर्व भी रहेगा प्रसिद्ध भविष्यवक्ता ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन  ने बताया कि इस संवत्सर 2078 का नाम राक्षस संवत्सर है। इसके राजा और मंत्री दोनों ही पद मंगल के अधीन होने से इस वर्ष भी लोग दुःखी, रोग आदि बिछोर से पीड़ित, अग्नि, चोरी की लूटपाट ,हिंसा, उपद्रव बनेंगे। कहीं-कहीं अनावृष्टि, सूखा से फसलों को हानि। आंधी तूफान अधिक आएंगे।

 जैन ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि शास्त्रों में ऐसा कहा गया है की एक चंद्रमास के दोनों पक्षों में एक-एक तिथि अथवा दो या दो से अधिक तिथियों का छह हो तो आगे के महीनों में रोग महामारी, उपद्रव फैलने के योग बनते हैं पिछले वर्ष 2020 में चैत्र माह में दो बार तिथि क्षय हुआ था और महामारी फैलती गई। इस वर्ष 2021 में फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष में तृतीया तिथि और शुक्ल पक्ष में त्रयोदशी तिथि का क्षय हुआ है। महामारी का दूसरा  रूप चलपडा ।

 जैन ने कहा वैशाख मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथियां क्षय हैं। ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्थी जेष्ठ शुक्ल चतुर्दशी का क्षय है। श्रावण माह में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा और शुक्ल पक्ष नवमी तिथि का क्षय है। भाद्र माह में भाद्रपद कृष्ण अमावस्या और शुक्ल त्रयोदशी का विषय है। अतः कुल मिलाकर इस वर्ष में 18 तिथि छह हैं। केवल 12 तिथि वृद्धि है अतः महामारी अक्टूबर 2021 तक भयंकर रूप लेती रहेगी जिससे हाहाकार मच सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured Post

ओबीसी महासभा ने कलेक्टर के नाम दस सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

तहसीलदार की गैर मौजूदगी में पटवारी ने लिया ज्ञापन भाजपा और कांग्रेस जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मुर्दाबाद के लगाए नारे Aapkedwar news–अजय अहिरवा...