ग्वालियर । ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुए कहा खग्रास चंद्रग्रहण वैशाख शुक्ला पूर्णिमा बुधवार दिनांक 26 मई 2021 को वृश्चिक राशि में खग्रास चंद्रग्रहण भारत के पूर्वी भाग त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर नागालैंड, मिजोरम, उड़ीसा के पूर्वी भाग में आंशिक ग्रस्त उदित दिखाई देगा भारत में ग्रहण का स्पर्श दिखाई नहीं देगा केवल समाप्त होते हुए ग्रहण को देखा जा सकेगा चंद्रोदय होने पर सायंकाल मात्र 18 मिनट के लिए ही उपरोक्त स्थानों पर देखा जा सकेगा चंद्र ग्रहण का सूतक जिन स्थानों पर चंद्र ग्रहण दिखाई देगा वहां धार्मिक दृष्टि से सूतक पातक आदि दोष मान्य होंगे।
अन्य स्थानों पर इसके कोई भी प्रभाव मान्य नहीं होंगे इसके अलावा खग्रास चन्द्रग्रहण भूमंडल पर दक्षिण/ पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका के अधिकांश भाग, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक- हिंद महासागर अंटार्कटिका ,चीन,रूस,पश्चिम ब्राजील ,मंगोलिया में भी दिखाई देगा।दिल्ली सहित ग्वालियर संभाग,इंदौर,भोपाल,जबलपुर,उज्जैन उत्तर,पश्चिम,मध्य और दक्षिण भारत मे यह ग्रहण तथा इसके सूतक मान्य नही होंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें