ग्वालियर में 500 बिस्तर का अस्पताल बनेगा, संभागीय क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में मुख्यमंत्री ने दी सहमति

ग्वालियर । ग्वालियर में 500 बिस्तर का नया अस्पताल बनेगा। जिसमें सभी स्वास्थ्य उपकरण के साथ-साथ फर्नीचर आदि की व्यवस्था भी की जायेगी। इसके साथ ही डबरा में स्वीकृत 50 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण कार्य भी शीघ्रता से किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को संभाग स्तरीय क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में यह बात कही। बैठक में केन्द्रीय कृषि, पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर सहित क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यगण उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में कहा है कि ग्वालियर में ऑक्सीजन के कई प्लांट स्थापित करने की स्वीकृति भी दी गई है। इसके साथ ही वेंटीलेटर भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराए गए हैं। ऑक्सीजन प्लांट और वेंटीलेटर के संचालन में जो स्टाफ लगेगा उनको प्रशिक्षित करने का कार्य भी किया जाए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर सुचारू संचालन हो सके। चिकित्सक और पैरामेडीकल स्टाफ की भर्ती के संबंध में भी उन्होंने बताया कि शासन स्तर से इसकी प्रक्रिया की जा रही है। शीघ्र ही ग्वालियर को भी पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। 

संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने जानकारी दी कि संभाग के सभी जिलों में गूगल मीट के माध्यम से होम क्वारंटाइन मरीजों से चर्चा की जा रही है और उन्हें चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके मनोबल को बढ़ाने का कार्य भी किया जा रहा है। इसके साथ ही सभी जिलों में अस्पताल में भर्ती मरीजों से उनके परिजनों की चर्चा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कराई जा रही है। अस्पतालों के माध्यम से भर्ती मरीजों के परिजनों को दूरभाष पर भी उनके स्वास्थ्य की जानकारी देने का कार्य किया जा रहा है। 

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि ग्वालियर में कंट्रोल कमाण्ड सेंटर के माध्यम से वॉट्सएप वीडियो कॉलिंग, 1075 हैल्पलाइन, ऑक्सीजन सप्लाई की मॉनीटरिंग, एम्बूलेंस संचालन सेवा की मॉनीटरिंग, पेशेंट शिफ्टिंग कार्य की मॉनीटरिंग, मेडीकल किट का वितरण करने के साथ-साथ होम आईसोलेशन मरीजों की मॉनीटरिंग का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों में कोविड के लक्षण के संबंध में चिकित्सकीय सुविधा देने हेतु कंट्रोल कमाण्ड सेंटर में शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों को बिठाकर वीडियो कॉलिंग के माध्यम से चिकित्सीय सलाह देने का कार्य भी जिले में किया जा रहा है। 

कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि ग्वालियर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 8 कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं। जिनमें शासकीय कन्या छात्रावास भितरवार, शासकीय छात्रावास चीनौर, कन्या छात्रावास डबरा, सेवा भारती डबरा, मैरिज गार्डन झांसी रोड़ डबरा, शासकीय छात्रावास बेहट, इन्द्रप्रस्त हॉस्पिटल घाटीगांव स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही शहरी क्षेत्र में भी कोविड केयर सेंटर, सामाजिक संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से संचालित किए जा रहे हैं। कलेक्टर ने यह भी बताया कि जिले में बिना मास्क पहने घूमने वालों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी की गई है। कुल 70 हजार 147 व्यक्तियों के विरूद्ध जुर्माने की कार्रवाई कर लगभग 63 लाख रूपए से अधिक की वसूली की गई है। 

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि भविष्य की तैयारियों को लेकर भी जिले में विस्तृत प्लान तैयार किया गया है। जिला अस्पताल मुरार, सिविल अस्पताल हजीरा में ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही एसएनसीयू सिविल अस्पताल हजीरा का निर्माण प्रस्तावित है। जिला चिकित्सालय मुरार में 20 बिस्तरीय आईसीयू तैयार किया जा रहा है। कोल इंडिया यूपीएल पेटीएम एवं सन फार्मा द्वारा 200 ऑक्सीजन बैड का निर्माण किया जा रहा है। 

उन्होंने जिले में कोविड संक्रमण की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं के लिये की जा रही तैयारियों के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी। 


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